पटना/बिहार : मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार (इंसेफ्लाइटिस) के कारण 100 से अधिक बच्चों की मौत में बरती गई प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ आज जन अधिकार छात्र परिषद ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के आवास का घेराव और शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष यादव ने कहा कि मुजफ्फरपुर की घटना बेहद हृदय विदारक है, जिसके लिए सीधे तौर पर स्वास्थ्य महकमा और राज्य सरकार जिम्मेवार है।
उन्होंने पूछा कि आखिर सौ बच्चों के मौत के बाद ही प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री की नींद क्यों खुलती है, जबकि चमकी बीमारी से हर साल सैकड़ों बच्चों की मौत हो जाती है। पूर्व सांसद पप्पू यादव के मुजफ्फरपुर जाने के बाद ही वे मुजफ्फरपुर गए। आखिर पहले दिन ही उन्होंने इस मामले में संज्ञान लेकर कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया ?
मनीष ने मुजफ्फरपुर के पीडि़त के लिए मुआवजा और वहां जल्द से जल्द इमरजेंसी सेवा बहाल करने की भी मांग की, ताकि भविष्य में बच्चों की जान बचाई जा सके। मुजफ्फरपुर में इमरजेंसी की सेवा उपलब्ध नहीं है। हमारी मांग है कि अच्छे डॉक्टरों की टीम वहां भेजा जाये। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा नहीं करती है, तो हम प्रदेश स्तर पर व्यापक आंदोलन करेंगे।
वहीं, जेएसीपी ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के गार्ड पर छात्रों के साथ धक्का – मुक्की का भी आरोप लगाया और कहा कि हम जब यहां शांतिपूर्ण प्रदर्शन के जरिये बच्चों के लिए न्याय की मांग कर रहे थे, तब उनके गार्ड ने हम पर बल प्रयोग किया। प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से रोहन यादव, मनीष यादव, राहुल रूद्रा, विशाल कुमार, आशीष यादव, सनी यादव, आदित्य मिश्रा, निशांत मिश्रा और शौकत अली आदि लोग मौजूद रहे।