मधेपुरा/बिहार : पोलिंग बूथ को गांव में ही बनाए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मतदान के बहिष्कार की चेतावनी दी है। मधेपुरा संसदीय क्षेत्र के पुरैनी प्रखंड क्षेत्र के चंदा गांव के लोगों में बूथ हटाए जाने से काफी आक्रोश देखा जा रहा है। निर्वाचन आयोग में मांग पत्र भेजकर बूथ वापस करने की मांग किया और मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। बुधवार को गांव में एकत्र हुए ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए वापस बूथ नवसृजित प्राथमिक विद्यालय जुमरैल्ली टोला चंदा में करने की मांग किया और मांग पूरी नहीं होने की स्थति में नारेबाजी करते हुए मतदान के बहिष्कार तक की चेतावनी दे दी है।
ग्रामीणों का कहना है कि उनके यहां के बूथ को राजनीतिक दबाव में चार किमी दूर खेरहो गांव मे कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा उचित नही है लोग इतनी दूर वोट डालने नही जा पाएंगे।
बूथ को वापस पुराने स्थान पर कराने के लिए गांव के मोहम्मद यूसुफ, मोहम्मद असफाक आलम, मोहम्मद जुबैर आलम, निजाम उद्दीन, अयुब अली, मोहम्मद जब्बार, आदि ने आंदोलन तेज कर दिया है। उन्होंने बताया कि बीते सालों में पंचायत चुनाव और विस में बूथ नवसृजित प्राथमिक विद्यालय जुमरैल्ली टोला चंदा गांव के ही भवन में था। जबकि इस बार बूथ को यहां से हटाकर खेरहो गांव में कर दिया गया है।
मौजूद ग्रामीणों ने कहा कि अगर समस्या का हल नहीं हुआ,तो मतदान का बहिष्कार करेंगे। चंदा गांव के अमिन मोहम्मद निजाम उद्दीन का कहना है कि कई सालों से गांव के नव सृजित प्राथमिक विद्यालय में बने पोलिंग बूथ पर मतदान करते आए हैं। लेकिन इस बार गांव के पोलिंग बूथ को परोसी के गांव खेरहो के प्राथमिक विद्यालय में स्थापित कर दिया गया है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने जिला निर्वाचन अधिकारी को पोलिंग बूथ को दोबारा गांव के उक्त विद्यालय के भवन में पुर्नस्थापित किये जाने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि पोलिंग बूथ को गांव के नव सृजित प्राथमिक विद्यालय के भवन में पुर्नस्थापित नहीं किया गया तो मतदान का बहिष्कार करेंगे।
मौके पर मोहम्मद हुसैन, मोहम्मद सजिम, पटवारी साह, मोहम्मद अजहरुद्दीन, अफसाना खातून, आयशा खातून, अनिशा खातून, कुन्नो आलम, मोहम्मद सलाउद्दीन, मोहम्मद इसहाक, अंसारउल आदि मौजूद थे।