नालंदा/बिहार : जिले के नूर सराय प्रखंड स्थित कैडी मिलकी गांव के ग्रामीणों ने विकास कार्य नहीं होने से आक्रोशित होकर बच्चों के विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताला जड़कर विरोध प्रदर्शन किया है साथ ही साथ प्लस पोलियो की खुराक अपने बच्चों को पिलाने से इंकार करते हुए इसका विरोध किया।
सूत्रों के अनुसार इस गांव में अभी तक कोई भी विकास का कार्य नहीं हो पाया है गांव की सड़कों को भी मुख्य सड़क से आज तक जोड़ा नहीं गया है जिसको लेकर ग्रामीणों को करा काफी संकट का सामना करना पड़ता है। गांव वालों ने बताया कि सड़क नहीं रहने के कारण कुछ माह पहले गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया । इसलिए की गांव से मुख्य सड़क तक ले जाने में समय ज्यादा बितने के कारण यह घटना हुआ। ग्रामीणों का यह भी आरोप है की सात निश्चय योजना का लाभ अभी तक गांव के निवासी को नहीं मिला है आज भी गांव की कच्ची नाली और कच्ची गली ज्यों की त्यों बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय नेताओं का आने का सिलसिला रहता है और गांव के विकास के लिए वादा करके अपना वोट लेकर चले जाते हैं लेकिन चुनाव के बाद फिर इस गांव को दोबारा घूर के देखने की हिम्मत नहीं होती है । सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि गांव के लोग अभी तक आपने संसद तक को नहीं पहचानते हैं इसलिए की गांव में कभी आते ही नहीं है। गांव की विडंबना यह भी है की इसी विधानसभा क्षेत्र से बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री आते हैं जिन्होंने पूरे बिहार में विकास की गंगा बहाने की दावा करते हैं लेकिन अफसोस की बात है कि उनके ही क्षेत्र के यह गांव आज विकास से कोसों दूर है।
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क, गली ,नाली इत्यादि कार्यों के लिए कार्यालयों का चक्कर काट काट कर थक चुका हूं लेकिन अभी तक इस गांव में विकास की रौशनी नहीं पहुंची है इसी को लेकर हम लोगों ने स्कूल और आंगनबाड़ी में ताला लगा कर प्लस पोलियो खुराक के विरोध कर अपना विरोध प्रदर्शन किया है।