जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश महासचिव पुनपुन यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गंभीर आरोप लगाते हुये कहा कि नीतीश कुमार बिहार के मेधाबी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। उन्होंने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बिहार दरोगा बहाली धांधली को लेकर कई आरोप लगाए। पुनपुन यादव ने कहा कि जब मुख्यमंत्री के आदेश के आर्थिक अपराध इकाई जांच कमिटी के गठन किया था उस जाँच कमिटी को मुख्यमंत्री ने कूड़े दान में डाल दिये है। ऐसा इसलिए किये ताकि मुख्यमंत्री एक और बड़ा घोटाले में चुनाव से पहले न शामिल हो जाये। बिहार दरोगा बहाली की आज पटना उच्च न्यायालय में डबल बेंच में सिंगल बेंच के आदेश को निरस्त कर दिया गया। जिसमें सिंगल बेंच ने दरोगा बहाली प्रक्रिया पर रोक लगा दिया गया था। कोर्ट में आज आदेश दिया है कि दरोगा बहाली नियुक्ति जारी रखा जाय। पुनपुन यादव ने बिहार सरकार से सवाल करते हुए पूछा है कि जब बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में इतनी बड़ी धांधली हुआ उसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद आर्थिक अपराध इकाई जांच कमिटी के गठन किये थे लेकिन आज तक इस जांच कमिटी ने न ही मुख्यमंत्री, न ही राजभवन, न ही माननीय उच्च न्यायालय को रिपोर्ट सौपा है। आखिर दरोगा धांधली की रिपोर्ट हुआ क्या ? पुनपुन यादव इतने ही में नही रुके उन्होंने बिहार सरकार पर कानून से खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया है। पुनपुन यादव ने कहा कि महिलाओं के कैटेगरी में पुरुष का रिजल्ट,बिना कूट ऑफ जारी किए रिजल्ट जारी करना, ओएमआर शीट का कार्बन कॉपी नही देना, अंसार शीट जारी नही करना, लगातार एक ही हॉल से 50-50 छात्रों का एक साथ रिजल्ट होना, दरोगा PT की परीक्षा में समय से पहले प्रश्न पत्र का आउट हो जाना, न ही सीसीटीव का ब्यबता ,प्रश्न पत्र बाहर लेकर आ जाना आदि इस तरह से दरोगा बहाली में धांधली किया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग किया है जल्द से जल्द आर्थिक अपराध इकाई का रिपोर्ट जारी किया जाय। अगर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट जारी नही किया जाता है बिहार के छात्रों के द्वारा मुख्यमंत्री आवास घेराव और फिर से दरोगा आंदोलन किया जाएगा।