नालंदा/बिहार : कहते हैं कि बच्चे ही भारत के भविष्य होते हैं और इनके भविष्य को सुधारने में सबसे अहम हिस्सा शिक्षा का होता है लेकिन जब इन्हीं नौनिहालों के शिक्षा के ऊपर ग्रहण लग जाए तो आप सोच सकते हैं की यही बच्चे देश के भविष्य कैसे बनेंगे। ऐसा ही कुछ मामला मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा जिले के अस्थावां प्रखंड के गफूरबीघा गांव का है जहां मुखिया की दादागिरी थमने का नाम नहीं ले रहा ।
वैसे तो नालंदा जिले में मुखिया के द्वारा अक्सर दबंगई के मामले सामने आते आते हैं। चाहे वह मामला खैनी के नाम पर थूक चटाने का हो या फिर अपनी जमीन कह कर प्राथमिक विद्यालय में ताला जड़ने का हो ।
गौरतलब है कि अस्थावां प्रखंड के गफूर विगहा गांव में प्राथमिक विद्यालय में पूर्व मुखिया कपिल देव सिंह के द्वारा सरकारी जमीन को अपनी जमीन बता कर उच्च विद्यालय में ताला जड़ दिया और उसके अंदर चारा और जानवर बांध दिया। स्कूल में ताला जड़ने के बाद दर्जनों बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गई है। ग्रामीणों ने आज सैकड़ों की तादाद में अस्थावां प्रखंड पहुंचकर अस्थावां प्रखंड का घेराव किया व प्रखंड विकास पदाधिकारी से इस मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की। इतना ही नहीं मुखिया की दबंगई इतनी बढ़ गई है कि उन्होंने अमीर बीघा और गफूर बीघा के आम रास्ते पर भी बांस बल्ला लगा कर पूरी तरह से आम रास्ते को ठप कर दिया है। जिससे दोनों गांव के सैकड़ों ग्रामीणों को आने जाने में भी परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने सीधे तौर पर स्थानीय प्रशासन पर मुखिया से मिलीभगत होने का आरोप लगाया।
वहीं इस मामले की जानकारी जिलाधिकारी को मिलने के बाद जांच कर उचित करवाई करने की बात कहीं।