मधेपुरा/बिहार : मंगलवार को बीएनएमयू कुलपति कार्यालय में चार – पांच फरवरी को राजभवन में उच्च शिक्षा की रूपरेखा विषयक कांफ्रेंस में आए निष्कर्षों पर विचार करने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए आवश्यक बैठक कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
इसमें उपस्थित सभी सदस्यों को उक्त कांफ्रेंस का प्रोसिडिंग्स उपलब्ध कराया गया। साथ ही राजभवन सचिवालय के निर्देशों के आलोक में प्रोसिडिंग्स पर अपने विचार देने को कहा गया है। प्राप्त विचारों को 22 फरवरी तक राजभवन सचिवालय के संयुक्त सचिव बिजय कुमार को भेजा जाना है।
इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि बिहार सरकार लगातार उच्च शिक्षा के उन्नयन हेतु प्रयासरत है। हम सबों को मिलकर इस प्रयास को सफल बनाना है। कुलपति ने सभी प्राचार्य को निर्देश दिया कि वे नैक मूल्यांकन को प्राथमिकता दें। नैक मूल्यांकन के संबंध में सभी महाविद्यालय के प्रधानाचार्यों को पत्र लिखा जाएगा। कुलपति ने कहा कि उच्च शिक्षा की बेहतरी के लिए विश्वविद्यालय में प्रयाप्त शिक्षकों की उपलब्धता आवश्यक है। इसको ध्यान में रखकर शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अतिथि व्याख्याताओं की बहाली की जा रही है। कुलपति ने सभी प्राचार्य को निर्देश दिया कि वे कर्मियों की कमी का रोना नहीं रोएं। जहांं भी जरूरी हो विहित प्रक्रिया का पालन करते हुए आवश्यक कर्मियों की ग्यारह महीने के लिए बहाली करें।
इस अवसर पर डीएसडबल्यू डा शिवमुनि यादव, सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष डा एचएलएस जौहरी, वाणिज्य संकाय अध्यक्ष डा लम्बोदर झा, कुलानुशासक डा अशोक कुमार, कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार, टीपी काॅलेज के प्रधानाचार्य डा केपी।यादव, पार्वती साइंस काॅलेज के प्रधानाचार्य डा राजीव सिन्हा, रमेश झा महिला काॅलेज के प्रधानाचार्य डा रेणु सिंह, यूभीके काॅलेज कड़ामा के प्रधानाचार्य डा।माधवेन्द्र झा, मधेपुरा काॅलेज मधेपुरा के प्रधानाचार्य डा अशोक कुमार यादव, नोडल पदाधिकारी डा अशोक कुमार सिंह, उप कुलसचिव स्थापना डा कपिलदेव प्रसाद यादव, पीआरओ डा सुधांशु शेखर आदि उपस्थित थे।