नागफनी पर बेला चम्पा कभी नही खिलने वाले ♦ पत्थर की आंखों मे आंसू कभी नही मिलने वाले ♦ खून के एक-एक कतरो का बोलो हिसाब कब लोगे ? ♦ दूसरे गाल बढ़ा दो सामने, कब तक पाठ पढोगे ? ♦ अब तो वक्त बदलना सीखो, डरते डरते जीने का ♦ दूनिया को एहसास करा दो, छप्पन इंच के सीने का ♦ कुछ ऐसा ही बयां कर रहे थे बच्चों के नम आँखें
मो० नदीम रब्बानी की रिपोर्ट
वैशाली/बिहार : बीते दिनों जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की आत्माओं की शान्ति के लिए श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु एक शोक सभा का आयोजन गोरौल प्रखंड क्षेत्र के मधुरापुर ग्राम में श्रद्धांजली कार्यक्रम में हुआ था। स्वर्गीय रमती देवी रामसुन्दर सिंह निकेतन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बच्चों के साथ अभिभावक भी पहुंचे थे।
इस अवसर पर लोगों ने मोमबत्तियां जलायी और नम आँखों से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। दो मिनट तक मौन धारण कर मृतात्माओं की शान्ति के लिए भगवान से प्रार्थना की। निकेतन के अध्यक्ष श्याम किशोर की अध्यक्षता एवम् रत्नेश कुमार के संचालन मे संचालित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते अध्यक्ष किशोर ने कहा कि हमारे देश के वीर सपूतों की शहादत व्यर्थ नहीं जायेगी। इस दुख की घड़ी में पुरा देश शहीदों के परिवार के साथ चट्टान बन कर खड़ी है। उन्होंने कहा कि हमें पाकिस्तान के इस कायराना हरकतों का मूँहतोड़ जवाब देना चाहिए,और साथ साथ हमें अपनी सुरक्षा एजेंसियों की व्यवस्थाओं को सुधारने के साथ उसे और मजबूत करने का भरपूर प्रयास किया जाना चाहिए।
श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में अवकाश प्राप्त शिक्षक शिवचंद्र सिंह, रामानंद सिंह, केदार सिंह, सकलदेव सिंह, शिक्षक शशि कुमार, प्रमोद कुमार, मिथिलेश प्रसाद सिंह, दिलीप कुमार, दिनेश कुमार, तारकेश्वर कुमार, बच्चों मे गुंजन कुमारी, शालिनी कुमारी, साक्षी कुमारी, अंशु, उदित, निरज, शाहिल, अंकुश कुमार, अंकित कुमार, सुशांत कुमार, रौशन कुमार, कुणाल कुमार, अनुष्का कुमारी, अर्चणा कुमारी, अनुजा कुमारी, श्वेता कुमारी सहित अन्य शामिल थें।