महनार/वैशाली/बिहार : मुजफ्फरपुर से लूटी गई 32 किलो सोना को 72 घण्टे के अंदर महुआ के चकदिनी गांव से पुलिस ने बरामद कर एक बड़ी सफलता हासिल की है ।
बिहार के नए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का हनक अब असर दिखाने लगा है। जहाँ पटना के दो थानेदारों को अपने औचक निरीक्षण के दौरान निलंबित कर दिया, वहीं उन की सख्ती का असर ही है पुलिस ने 72 घण्टे के अंदर ही हाजीपुर के सुरभी ज्वेलर्स के लूट में शामिल अपराधियों को हथियार के साथ पकड़ लिया, वहीं मुजफ्फरपुर के मुथूट फाइनेंस से 32 किलो सोना लूट के मामले में सोना के साथ दो अपराधियो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
विदित हो कि इस मामले में पुलिस ने महनार बाजार से एक सुनार को भी गिरफ्तार किया था। अब सवाल यह उठता है कि सोना लूट हो और इस मे सुनार की संलिप्तता हो और वही लोग लूट के खिलाफ पुलिस व सरकार को टारगेट कर प्रदर्शन करे। यह कहाँ तक जायज है?
बहरहाल सोना बरामदगी के मामले में मुथूट फाइनेन्स ने बिहार पुलिस को 30 लाख ₹ इनाम देने का घोषणा किया गया है।
वहीँ दूसरी तरफ बीती रात पटना जिला के पालीगंज निवासी कुख्यात आदतन नरसंहारकारी, इनामी जुम्मन खान समेत 12 अपराधियो को ख़िरीमोर गांव के एक मकान से दो घण्टे की मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही हथियार, दारू व अन्य सामान भी बरामद किया गया है। खबर लिखे जाने तक पुलिस का अभियान जारी था।