नालंदा/बिहार : बिहार के नए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने राजगीर के पुलिस एकादमी के कार्यक्रम में हिस्सा लिया । इस अवसर पर राजगीर पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण कर रहे डीएसपी और इंस्पेक्टर को कहा कि जनता के साथ मधुर संबंध बनाना ही सबसे बेहतर कार्य है। इसलिए कि पुलिस प्रशासन रोव से नहीं बल्कि अपनी अच्छे व्यवहार और मधुर संबंध से ही जनता का सहयोग पाकर किसी भी तरह का अपराधी कार्यों को रोकने में पुलिस प्रशासन सफल हो सकती है। पुलिस को ग्रामीणों से मधुर संबंध बना कर रखना चाहिए।
उन्होंने कहा की मधुर संबंध से ही आप कहीं भी अच्छे कार्य करके अच्छा परिणाम दे सकते हैं ।
बुधवार शाम को पटना से निकलने के बाद नालंदा पहुंचते ही रास्ते में मिले दीपनगर थाना में रात्रि के 8 वजे डीजीपी ने औचक निरीक्षण किया और थाने पहुंचकर थाना की पंजीयन रजिस्टर को देखा । इसकी सूचना जैसे ही जिला पुलिस कप्तान सुधीर कुमार पुरीका और डीएसपी इमरान प्रवेज को मिली दोनों अफसर दीपनगर थाना पहुंचे । इसलिए की डीजीपी के आने की सूचना पर यह लोग रास्ते में ही खड़े थे ।
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने थाना अध्यक्ष से कहा कि थाना में दलाल प्रथा को समाप्त करें और जनता से सिधा संवाद करें । उन्होंने कहा कि जनता और सामाजिक कार्यकर्ता व पत्रकारों से भी आप मधुर संबंध रखें। इसलिए की इन लोगों से बेहतर संबंध पर किसी भी अपराधिक घटनाएं पर रोक लगाने में पूरी तरह से सफल होंगे।
जाते समय डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने हवलदार, जमादार और थाना अध्यक्ष से मुस्कुराते हुए हाथ मिलाए और फिर राजगीर के लिए चल पड़े।
जैसा कि आपको पर मालूम ही होगा कि 2000 से लेकर 2001 तक नए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे नालंदा में आरक्षी अधीक्षक रह चुके हैं इसलिए भली-भांति नालंदा को जानते हैं।