
उप संपादक
मधेपुरा/बिहार : मिड डे मील वर्कर्स यूनियन राज्य कमेटी के आवाहन पर अपनी मांगों को लेकर संघ के जिला संयोजक सह प्रदेश उपाध्यक्ष गणेश मानव के नेतृत्व में शनिवार को एमडीएम कार्यालय के समक्ष शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया गया।
मौके पर गणेश मानव ने कहा कि विगत 7 जनवरी से ही रसोईया का अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रहा है 23 – 24 जनवरी को शिक्षा विभाग की वार्ता पर हड़ताल समाप्त कर दिया गया। विभाग द्वारा कहा गया कि रसोईया की मांग को पूरा किया जाएगा लेकिन मांग तो पूरा नहीं हुआ उल्टे शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा के द्वारा रसोइया का चयन मुक्त करने की बात की गई जो सरासर गलत है।
उन्होंने कहा कि आज केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों हर मोर्चे पर विफल है। केंद्र सरकार के बजट में गरीब रसोईया के लिए कुछ भी नहीं है। केवल विकास का ढिंढोरा पीट रहे हैं। जो रसोईया सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक काम करती है, खाना बनाती है, बच्चों को खिलाती है, साफ-सुथरा करती है, उसको साल में मात्र 10 महीना और वह भी 1250 रुपया के हिसाब से देती है। रसोईया को सरकार लिखो – फेको बनाकर रख दिया है।
इसलिए आज इस पुतला दहन के माध्यम से सरकार से मांग करती है कि साल की 12 महीना कम से कम 18 हजार रुपए के दर से दें, एक जोरा ड्रेस, इंदिरा आवास, शौचालय, पेंशन, सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया गया तो हमारा चरणबद्ध आंदोलन चलता रहेगा। इसी क्रम में चार फरवरी को मधेपुरा सहित बिहार का चक्का जाम होगा। वहीं एसएफआई के जिला सचिव राजदीप ने कहा कि रसोईया जो अत्यंत ही अपेक्षित प्राणी है, उसको सरकार जल्द ही वेतन बढ़ा दें और हड़ताल को समाप्त करावे नहीं तो एसएफआई की ओर से आंदोलन किया जाएगा।
मौके पर राजेश कुमार रंजन, चंदेश्वरी यादव, चंद्रकिशोर यादव, बद्री पासवान, कल्पना देवी, माला देवी, सुनीता देवी, मालती देवी, रूबल देवी, संध्या देवी, बुधदेव यादव, लक्ष्मण यादव, गजेंद्र यादव, बद्री पासवान, राजेश कुमार रंजन, छोटी देवी, बीबी सकीना खातून, रुकसाना खातून, रवीना प्रवीण, रेखा देवी, मुन्नी देवी, लक्ष्मी देवी, रानी देवी, रंजू देवी, गीता देवी, रंजन देवी, पिंकी देवी, पूजा देवी, मीरा देवी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।