
उप संपादक
मधेपुरा/बिहार : बुधवार को भाकपा कार्यकर्ताओं ने पूज्य बापू महात्मा गांधी के शहादत दिवस के अवसर पर जिला परिषद प्रांगण स्थित गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण पुष्पांजलि कर सद्भावना सभा का आयोजन किया और जिसकी वर्तमान परिस्थिति पर चिंता जाहिर किया।
मौके पर उपस्थित भाकपा के राज्य सचिव मंडल साथी प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि आरएसएस अपने स्थापना काल से ही देश की गंगा-जमुनी संस्कृति के खिलाफ जहर घोलने का काम किया है। जिसके परिणाम स्वरूप नाथूराम गोडसे ने आरएसएस के शिविर से राष्ट्रपिता की हत्या प्रार्थना सभा से लौटते वक्त कर दिया। जिसे संघ वध की संज्ञा दी और मिठाई बांटकर खुशियां मनाया। आज भी संघ परिवार देश में नफरत फैलाने का काम करता है। संघ का भाजपा सरकार के द्वारा संविधान बदलने की साजिश चल रही है। मंदिर मस्जिद विवाद को हवा दिया जा रहा है, राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के नाम पर राजनीति हो रही है। चार बार मंदिर निर्माण पर सरकार बना. मंदिर नहीं बना मगर गांधी का हत्यारा नाथूराम गोडसे का मंदिर बना दिया गया। आज भगवान का भी जात बताया जा रहा है। अली – बजरंगबली किया जा रहा है, जिससे धर्मनिरपेक्षता को खतरा उत्पन्न हो गया है।
भाकपा के जिला सचिव विद्याधर मुखिया एवं किसान सभा के राज्य नेता रमन कुमार ने कहा कि देश में अंधविश्वास को स्थापित ही नहीं बल्कि मजबूत कर धर्मांध किया जा रहा है। जिससे असहिष्णुता का आलम है। हिंदू – मुसलमान का नफरत पैदा किया जा रहा है, मुसलमान होने मात्र से आतंकवादी घोषित करने जैसी मानसिकता पैदा किया जा रहा है, जो देश के लिए खतरनाक है। एटक नेता वीरेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि देश में नफरत फैलाने वालों का साम्राज्य हो गया है, जो देश की आंतरिक शांति व्यवस्था को खत्म कर रहा है। एआईएसएफ जिलाध्यक्ष मो वसीम उद्दीन उर्फ नन्हे ने कहा कि देश में शिक्षा गरीबों से दूर होता जा रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के शिक्षा संस्थानों में लगातार शिक्षकों की कमी होती जा रही है। शिक्षकों की बहाली नहीं हो रही है। वहीं निजी शिक्षा संस्थानों की बाढ़ सी आ गई है। जहां गरीब चाहकर भी अपने बच्चों को नहीं पढ़ा पा रहे हैं। महंगाई की मार से बेबस नौनिहाल का भविष्य अंधकार में हो रहा है।
एआईवाइएफ के राज्य उपाध्यक्ष शंभू क्रांति ने कहा कि देश में ऐसी विचारधारा की सरकार चल रही है, जिसने बापू की हत्या की थी और आज छात्र नौजवान की जीविका की हत्या कर रहा है। रोजगार के नाम पर पकौड़ा बेचने की सलाह देते हैं। कहने को भारत सरकार नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। इसे उखाड़ फेंकने की जरूरत है। अंचल मंत्री जहांगीर ने कहा कि गांधीजी के शहादत दिवस पर आज देश में सहिष्णुता, सद्भावना एवं भाईचारे स्थापित करने का संकल्प लेना चाहिए। गांधी जी को शांति के पैगाम का देवदूत कह सकते हैं। मौके पर मो समीम, मो इरशाद, मो चांद, मो आफताब, मदानंद राम सहित अन्य लोग उपस्थित थे।