सीतामढ़ी/बिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को सीतामढ़ी जिले के डुमरा प्रखंड स्थित परमानंदपुर ग्राम में 620 करोड़ रुपये की लागत वाली परमानंदपुर पावर ग्रिड 400/200/132 के0वी0 उपकेंद्र सीतामढ़ी का शिलान्यास शिलापट्ट का अनावरण कर किया। इस काम को जनवरी 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
शिलान्यास कार्यक्रम के अवसर पर आयोजित जनसभा को लेकर बने मंच पर पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सह प्रबन्ध निदेशक, जिलाधिकारी सहित स्थानीय नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को पुष्प-गुच्छ, पगड़ी, प्रतीक चिन्ह, अंगवस्त्र भेंट करने के साथ ही फूलों की बड़ी माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया। जनसभा में स्वागत गान गाकर स्कूली बच्चों ने मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सीतामढ़ी में 400 के0वी0 के पावर ग्रिड विद्युत उपकेंद्र का आज शिलान्यास हुआ है, मैं इसके लिए भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय को धन्यवाद देता हूँ। दो साल के अंदर इस परियोजना का काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मुझे पूरा भरोसा है और मैं अधिकारियों से कहूँगा कि आपने हमें इस शिलान्यास कार्यक्रम में आमंत्रित किया है इसलिए लक्ष्य के अनुरूप निर्धारित समय में काम पूरा करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के 3 बड़े पॉवर ग्रिड बिहार में स्थापित करने का केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है और 2 दिन बाद सहरसा में भी इस प्रकार के पावर ग्रिड का शिलान्यास कार्यक्रम है, जिसकी मुझे बेहद खुशी है। उन्होंने कहा कि विद्युत के क्षेत्र में केंद्र सरकार की योजनाएं काफी जनोपयोगी हैं और इस दिशा में राज्य सरकार की जो योजनाएं चल रही हैं, लोग उसका पूरा लाभ उठा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवंबर 2005 में जब हमने न्याय के साथ विकास का काम प्रारंभ किया उस समय पूरे बिहार में मात्र 700 मेगावाट बिजली की आपूर्ति होती थी जिसका परिणाम था कि गाँव तो छोड़ दीजिए राजधानी पटना में भी लोगों को आवश्यकता के अनुरूप बिजली की उपलब्धता नहीं थी। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2012 को स्वाधीनता दिवस के दिन पटना के गाँधी मैदान में हमने संकल्प लिया था कि बिजली की स्थिति में सुधार नही लाएंगे तो 2015 के चुनाव में हम वोट मांगने नही जाएंगे। उसके बाद 7 निश्चय योजना के तहत काम शुरू हुआ और स्थिति यह है कि 31 दिसम्बर 2018 के लक्ष्य के पहले 25 अक्टूबर 2018 को ही बिहार के हर इच्छुक परिवार तक बिजली पहुँचा दी गयी है। इस काम में केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों का भरपूर सहयोग मिला। उन्होंने कहा कि पहले लोग ढिबरी और लालटेन से ही काम चलाते थे जिससे रात में बच्चों को पढ़ने में परेशानी होती थी। अंधेरे में बच्चा घर से बाहर नहीं निकले इसलिए भूत का भय दिखाकर परिवार के लोग बच्चों को घर के अंदर रखते थे लेकिन अब बिहार के हर घर मंे बिजली पहुंचने से भूत भी भाग गया और ढिबरी-लालटेन भी खत्म हो गया।
मख्यमंत्री ने कहा कि जब हम विधायक नहीं थे उस समय रेडियो पर बरसात के मौसम में समाचार के माध्यम से सुना करते थे कि सीतामढ़ी का पूरे देश और दुनिया से कनेक्शन कट गया। उन्होंने कहा कि 1985 से ही यहाँ कटौंझा में एक पुल बन रहा था जिसका निर्माण कार्य हमलोगों के ही प्रयास से पूरा हुआ। इसके बाद सीतामढ़ी में आवागमन सुगम हुआ। यहाँ यातायात को और अधिक सुगम बनाने के लिए एन0एच0 77 का जो हिस्सा छूट गया है जिसकी लम्बाई 12 किलोमीटर है उसे फोर लेन वाली चैड़ी सड़क बनाई जाएगी। मेहसौल गुमटी पर पहुंच पथ का निर्माण 72 करोड़ रुपये खर्च कर होना है इसके लिए योजना स्वीकृत कर दी गयी है। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण कराकर हर गाँव को पक्की सड़क से जोड़ने के साथ-साथ टोला सम्पर्क योजना के माध्यम से गाँव के सभी टोलों को पक्की सड़क से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इस दिशा में काम तेजी से आगे भी बढ़ रहा है। अब तो सात निश्चय योजना अंतर्गत हर घर तक पक्की गली एवं नाली का भी निर्माण कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बिहार का 25 हजार से 30 हजार करोड़ रुपये सालाना का बजट हुआ करता था, जिसका पूरा पैसा भी खर्च नहीं हो पाता था। वहीं अब इस वित्तीय वर्ष में बिहार का बजट एक लाख 80 हजार करोड़ रुपये है, जिसकी लगभग आधी धनराशि हमलोग योजना मद में खर्च करते हैं। बजट की राशि अगले साल और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि न्याय के साथ विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है जिसका मकसद है हर तबके और हर इलाके का विकास। उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी माँ जानकी की भूमि है जो काफी ऐतिहासिक और पवित्र है। हम सभी को आपसी प्रेम, सद्भाव और भाईचारे के साथ रहते हुए सभी धर्मों के प्रति मन में आदर का भाव रखने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई लोग सोशल मीडिया के माध्यम से झूठी बातें प्रचारित कर समाज में तनाव का माहौल पैदा करने की कोशिश में जुटे हैं। ऐसे लोगों से सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जो कमियां या समस्याएं हैं उसे दूर करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंटर के बाद आगे की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की संख्या बिहार में काफी कम थी, जिसके कारण बिहार का ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो 13.9 प्रतिषत है, जबकि देश का औसत 24 प्रतिशत है। हमनें ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो को राष्ट्रीय औसत से भी आगे 30 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए हमने सात निश्चय योजना की शुरुआत कर स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से इंटर से आगे की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए 4 लाख रुपये तक की शिक्षा ऋण की व्यवस्था की है। इस योजना के तहत 4 प्रतिशत के साधारण ब्याज पर लड़कों को जबकि लड़कियों, दिव्यांगजनों एवं ट्रांसजेंडरों को 1 प्रतिशत के ब्याज पर शिक्षा वित्त निगम के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। जनसभा में शामिल लोगों से आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी अपने बच्चों को पढ़ाइये। बच्चों को पढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री ने जनसभा में मौजूद लोगों को हाथ उठाकर संकल्प भी दिलाया। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से मिलने वाले ऋण को 82 किश्तों में भुगतान करना है और अगर उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद भी रोजगार नहीं मिलता है तो ऐसी स्थिति में उन्हें ऋण लौटाने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज में प्रेम, शांति, सद्भाव कायम रहेगा तभी विकास का पूरा लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने मध्याह्न भोजन बनाने वाली रसोइयों की मांग पर कहा कि यह केंद्र सरकार की योजना है। हमारी पूरी सहानुभूति आपलोगों के प्रति है और जो भी हमसे सहयोग बन पड़ेगा वह किया जाएगा। मध्याह्न भोजन बनाने में लगी रसोइयों से आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप किसी के बहकावे में नही आएं और पूरी प्रतिबद्धता के साथ बच्चों को स्वादिष्ट भोजन परोसें। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में बिहार में कई ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। बिहार पहला राज्य है, जहां पंचायत और नगर निकाय के चुनाव में महिलाओं को पचास प्रतिशत आरक्षण दिया गया। यहां 8.5 लाख स्वयं सहायता समूहों से अब तक 96 लाख परिवारों को जोड़ा गया है और 10 लाख स्वयं सहायता समूह बनाने का लक्ष्य है। यही नहीं महिलाओं की ही मांग पर पूरे बिहार में शराबबंदी लागू की गई इसलिए किसी के बहकावे में न आकर सभी लोग पूरी तन्मयता से अपने कामों में लगे रहिये। उन्होंने कहा कि सरकार संवेदनशील है इसलिए आप सबलोग भी संवेदनशील बनिये नहीं तो नुकसान उठाइयेगा। उन्होंने कहा कि हमें चुनाव के नतीजों की कोई परवाह नहीं है। जनता मालिक है। आप सब चाहेंगे तो सेवा करेंगे नही चाहेंगे तो भी मेरी कोई शिकायत नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में फिर श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही केन्द्र में सरकार बनेगी। 2014 में हम साथ मंे नहीं थे तो भाजपा की सरकार बनी, अब तो हम भी साथ मंे हैं। हमलोगों का पूरा का पूरा समर्थन रहेगा।
जनसभा को केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आर0के0 सिंह, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, सांसद रामकुमार शर्मा, विद्युत मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव अरुण कुमार वर्मा, पावर ग्रिड काॅरपोरेषन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक आई0एस0 झा ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर विधायक रंजू गीता, विधायक सुनीता सिंह चैहान, विधायक उमेश सिंह कुशवाहा, विधायक अमित कुमार टुन्ना, विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर, विधान पार्षद रामेश्वर कुमार महतो, पूर्व सांसद नवल किशोर राय, पूर्व मंत्री सुनील कुमार पिंटू, पूर्व विधायक गुड्डी चैधरी, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, तिरहुत प्रमंडल आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, नाॅर्थ बिहार डिस्ट्रीब्यूशन पावर कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संदीप पुडकल कट्टी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जिलाधिकारी रंजीत कुमार, पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, वरीय पदाधिकारीगण, पॉवर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया के अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में आमलोग उपस्थित थे।