दरभंगा/बिहार : विगत 22 दिसंबर को सदर थाना क्षेत्र के एनएच 57 पर रानीपुर चौक के पास सड़क निर्माण कम्पनी के मालिक कुशेश प्रसाद शाही की हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है! इस कांड से जुड़े 9 अपराधियों में से 1 अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आज संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने बताया कि मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना क्षेत्र के बृजलाल साईन के रहने वाले अशोक ठाकुर के पुत्र शुभम राज उर्फ गोलु को गिरफ्तारी किया गया है। पूछताछ में उसने अपनी संलिप्ता स्वीकार करते हुए घटना की विस्तृत जानकारी दी है।
वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कुशेश प्रसाद शाही की दूसरी पत्नी को लेकर सीतामढ़ी के नीरज मुखिया से लगातार विवाद चला आ रहा था। पूर्व में नीरज मुखिया ठीकेदार की दूसरी पत्नी को लेकर भाग भी गया था। जिसको लेकर मुकदमा भी किया गया था लेकिन बाद में वह फिर कुशेश के घर लौट आयी थी। उन्होंने बताया कि 6 माह पूर्व कुशेश को मारने के लिए मुजफ्फरपुर के गोविंद शाही को नीरज मुखिया ने 10 लाख की सुपारी दी थी जिसमें 5 लाख अग्रीम दिया गया था। शेष रुपया हत्या होने के बाद देने की बात कही थी। इसी को लेकर वह लगातार गोविंद शाही पर दबाव बना रहा था। इस काम के लिए शुभम के चाचा रूपेश ठाकुर से गोविंद शाही सहायता लेना चाहता था।
अपराधी ने बताया कि 6 लोग एक इंडिका कार पर सवार थे और इन लोगो ने ही कुशेश प्रसाद शाही की गाड़ी को रूकवा कर हत्या की है। वहीं तीन लोग कुशेश की रेकी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि सभी अपराधी मुजफ्फरपुर के कांटी थाना और सीतामढी के रून्नी सैदपुर के रहने वाले हैं। शुभम उर्फ गोलु पर कांटी थाना में हत्या, आर्म्स एक्ट, डकैती आदि कई मामलों को लेकर कांड दर्ज है। उन्होंने बताया कि सभी अपराधियों की पहचान कर ली गयी है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी।