राजद के दिवंगत विधान पार्षद सैयद खुर्शीद मोहसिन का सफरनामा

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मो0 मुर्शीद आलम
ब्यूरो, नालंदा

नालंदा/बिहार : सैयद मोहम्मद वसी उद्दीन के दो लड़कों में से सबसे बड़ा लड़का सैयद खुर्शीद मोहम्मद मोहसिन थे। उनका जन्म जिले के बिहार शरीफ स्थित मिरदाद मोहल्ले में सितंबर 1952 में हुआ था। उन्होंने मगध विश्वविद्यालय से B A तक की शिक्षा प्राप्त किया । उसके बाद खानदानी सियासत को जारी रखते हुए खुर्शीद मोहसिन भी राजनीतिक में कूद पड़े। इनके पिता वशी उद्दीन ने भी बिहार शरीफ विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके थे 1960 से 1969 तक। खुर्शीद मोहसिन सबसे पहले 1972 में बिहारशरीफ नगर पालिका का चुनाव लड़ा और और सफलता मिली। जो सबसे कम उम्र में विजय हासिल करने का श्रेय पाया। उसके बाद 1993 में बिहारशरीफ नगरपालिका का चेयरमैन बने और 1996 तक रहे।

अपनी राजनीतिक सफ़र को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने 2006 से लेकर 2009 तक केंद्रीय रेलवे बोर्ड के पी ए सी सदस्य रहे। फिर 23 मार्च 2018 को बिहार विधानसभा में निर्विरोध विधान परिषद सदस्य चुने गए । इस तरह उन्होंने लालू प्रसाद के घर की 30 सालों तक देखभाल करते रहे और लालू प्रसाद इनको प्यार से कृषि मंत्री भी कहा करते थे। क्योंकि घर का साग सब्जी लाने बागवानी का भी देख लें इन्हें के जिम्मेवारी में था । खुर्शीद मोहम्मद मोहसीन अपने पीछे दो बेटा एक बेटी को छोड़ गए । बड़ा बेटा सैयद मोहम्मद फैज अहमद जो पेशे से डॉक्टर हैं और दूसरा बेटा सिराज अहमद जो इंजीनियर हैं । बेटी मुनीजा गृहणी है । इनका पूरा परिवार पटना में ही रहता है । राजनीतिक में भीवे चार बार नालंदा जिला राजद के अध्यक्ष का कार्यभार संभाल चुके हैं। सोगरा वक्फ स्टेट के सदस्य। सोगरा हाई स्कूल के सचिव । सोगरा कॉलेज के सचिव और जेल कमेटी के भी सदस्य रह चुके है।

इस तरह उनका समाज और सियासी जीवन का एक लंबा इतिहास रहा है । गरीबों की मदद करना। असहयो को सहायता करना में मकसद था । इसी कारण उनके जनाजे में सभी दलों के लोग शामिल हुए और दलों की दीवार टूट गई और दिवंगत राजद एमएलसी सैयद खुर्शीद मोहम्मद मोहसिन के अंत्येष्टि में सभी दलों के लोग शामिल हुए।


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