दरभंगा/बिहार : दो दिन पूर्व अर्थात 29 दिसम्बर की देर रात नाग मंदिर के निकट एक युवक की हत्या मामले में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद दरभंगा के पत्रकार समूह में आक्रोश पैदा हो गया।
इस वीडीयो में एक हिन्दी दैनिक अखबार के अपराध संवाददाता नीरज कुमार के हत्या की बात सामने आई है। वीडीयो में कांड के आरोपी ने बताया है कि हत्या नीरज की होनी थी, लेकिन भेद खुलने के डर से उसने गोली मुझ पर चला दी। पांव टूटे रहने के कारण मैं गिर गया और गोली सुनील को लग गई। आरोपी की ओर से वीडीयो वायरल किये जाने की मंशा स्पष्ट नहीं हो रही है क्योंकि आरोपी कह रहा है कि वह डॉक्टर के सलाह पर रात के समय टहलने के लिए निकलते थे पर वह मोटरसाईकिल से गया था। मुहल्ला में टहलने के लिए वह भी मोटरसाईकिल से ऐसा सलाह डॉक्टर नहीं दे सकते।
दूसरी तरफ़ आरोपी का वायरल मैसेज में यह भी दिख रहा है कि उसने इस मामले में एक राजनीतिक दल के पूर्व पार्षद की साजिश बता रहा है और उसके सबूत के तौर पर कह रहा है कि पत्रकार नीरज ने एक डबरानुमा जगह पर मिट्टी भराई करने के कारवाई को रूकवा दिया था।
बहरहाल पुलिस के लिए अब यह हत्या चुनौती बन गया है। इस मामले को लेकर बिहार श्रमजीवी पत्रकार युनियन और आईरा की दरभंगा इकाई ने घटना की जांच एवं उक्त पत्रकार की सुरक्षा को लेकर डीआईजी, डीएम, प्रभारी एसएसपी, एसडीपीओ और थानाध्यक्ष से मिलकर ज्ञापन सौंपा है।
पत्रकारों का शिष्टमंडल में आईरा के जिलाध्यक्ष भुवन मिश्रा, संजय दास, लक्ष्मण कुमार, अभिनव सिंह, अभिषेक कुमार, अब्दुल कलाम उर्फ गुड्डू सहित कई अन्य पत्रकार थे। उधर श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला महासचिव शशि मोहन भारद्वाज, मुकेश कुमार, विजय कुमार श्रीवास्तव, प्रवीण चौधरी, पुरूषोत्तम कुमार, मो. फिरदौस अली, संजय मिश्रा आदि शामिल थे।