* मुजफ्फरपुर को तम्बाकू मुक्त जिला बनाने को जिला पदाधिकारी ने दिया निर्देश
* तम्बाकू उत्पाद के निर्माता, थोक एवं खुदरा विक्रेता नहीं बेच सकेंगे बिना बोर्ड के तम्बाकू उत्पाद
* अब शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में नहीं बिकेगा तम्बाकू उत्पाद, जिला शिक्षा पदाधिकारी को मिला निर्देश
* बच्चों और अवयस्कों को तम्बाकू उत्पाद बेचने पर लगेगा एक लाख तक का जुर्माना और होगी 7 साल तक की सजा
* सीड्स के द्वारा तम्बाकू नियंत्रण हेतु जिला, अनुमंडल और प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों का किया गया उन्मुखीकरन सह प्रशिक्षण
मुजफ्फरपुर/बिहार : जिला के सभी संबंधित अधिकारियों को तम्बाकू नियंत्रण के गुर सिखाने के लिए राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्थान सीड्स और जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषांग के संयुक्त तत्वावधान में आज जिला पदाधिकारी मोहम्मद सोहैल की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार मे जिलास्तरीय उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यशाला का शुभारम्भ जिला पदाधिकारी डॉ मोहम्मद सोहैल ने किया। जिला पदाधिकारी ने बताया कि तम्बाकू के दुष्परिणामों से बच्चों और अवयस्कों को बचाना बहुत आवश्यक है। उन्होंन निर्देश दिया कि स्कूलों में इस कार्यक्रम का संचालन किया जाय और सभी शिक्षण संस्थानों के पास से तम्बाकू उत्पाद की दुकानों को यथाशीघ्र हटाया जाए। इस आदेश के उलंघनकर्ताओं को COTPA, JJ Act सहित विभिन्न धाराओं में दंडित किया जाएगा। जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को अपने अपने कार्यक्षेत्रों में कोटपा 2003 के विभिन्न धराओं का शत प्रतिशत अनुपालन 5 जनवरी तक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। सभी सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यलय एबम शैक्षणिक संस्थानों को तमाकू मुक्त घोषित करने का निदेश दिया।
सीड्स के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से तम्बाकू नियंत्रण की आवश्यकता पर बल दिया और कोटपा 2003 के विभिनन धाराओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बच्चे व युवा तम्बाकू उद्योग का सबसे सॉफ्ट टारगेट होता है, जिन्हें लुभाने के लिए तम्बाकू कंपनी तरह तरह के हथकंडे अख्तियार करती है। तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम में सभी विभागों को अपनी भूमिका निभाने का सुझाव दिया। तथा उनहो ने जिला को तम्बाकू मुक्त जिला बनाने के सम्बंध जानकारी दी गई।
विदित हो कि हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संघठन और भारत सरकार द्वारा प्रकाशित GATS 2 के सर्वे में बिहार में तम्बाकू सेवन करने वालों में काफी कमी आई है, यह आंकड़ा 53.5% से घट कर 26.9% हो गई है।
उक्त कार्यशाला मे उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, अपर जिला दंडाधिकारी, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, तम्बाकू नियंत्रण के विशेष नोडल पदाधिकार मनोज कुमार, सीड्स के कार्यक्रम पदाधिकारी सुनील कुमार चौधरी, एडवर्ड कैनेडी, नरेन्द्र शाही, जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी डॉ महादेव चौधरी ने हिस्सा लिया।