किशनगंज/बिहार : जिले के बहादुरगंज थाना में नव नियुक्त थानाध्यक्ष ने दफादार और चौकीदारों को सिखाया पुलिसिंग के अनोखे गुर, और कहा कि कोई सूचना जरुरी नहीं कि सार्वजनिक कर हीं दिया जाय। गुप्तरुप से मोबाईल का इस्तेमाल करें या फिर बंद लिफाफे में ऐसी सूचनाओं को दें । आपलोग स्वतंत्र रुप से अपनी जिम्मेदारियों को संभालें एवं क्राईम कन्ट्रोल करने में सहयोग दें।
जैसा कि अपनी पदस्थापना के कुछ हीं घंटों बाद बहादुरगंज के नये थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह ने इस थाने में अपना योगदान देने के साथ हीं रात्रिगस्ती को अपनी प्राथमिकता देते हुए सारी रात थानाक्षेत्र का सूक्ष्म अवलोकन किया । जिससे अपराधियों के द्वारा नये थानाध्क्ष को सलामी देने की पुरानी परम्पराओं को निभाने की हिमाकत नहीं दिखा पाये । जो कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाने और अपनी सक्षमता कोे साबित करने के लिए बड़ा प्रयास था । जिससे अनुभव और बेहतर पुलिसिंग की निशानी कही जा सकती है । सुमन कुमार ने इस थाने का प्रभार जहाँ काफी अनुशासन एवं शालीनता से लिया, उसकी प्रशंसा थाना के सभी महकमों में सभी करते देखे जा सकते हैं। महज चार दिनों के भीतर थाना के पहले माहौल को बदल डालने की कोशिशों को सराहनीय माना जा रहा है ।
बताते चलें कि सुमन कुमार 2009 बैच के एस.आई. हैं । जो इससे पूर्व मधेपूरा के कई बड़े थानाओं की थानेदारी सुगमता पूर्वक निभा कर चौसा थानाध्यक्ष के पद पर पदस्थापित किये गये । गौरतलब है कि चौसा थाना, पूर्णियां, नगछिया ,और मधेपूरा जिले का अति निकटवर्ती क्षेत्र है । जिसकी वजह से अपराध एवं अपराधियों का यहां हमेशा से बोलबाला रहा है । जहां फिरौती के लिए अपहरण, हत्या, लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले कुख्यातों के लिए इस थाना के चारो तरफ से सटे जिलाओं की सीमाऐं वरदान सिद्ध होते रहे । पर सुमन के चौसा आते हीं अपराधियों ने सर पर पैर रख भागने में हीं अपनी भलाई समझी । कारण भी साफ बतलाया गया है कि, इस चौसा थाने से सटे नौगछिया के दीयरा इलाके जहां अपराधी समानांतर सरकार चलाने से बाज नहीं आते थे । वहां सुमन कुमार की जांबाजी के कारण ना जाने कितने एनकाउंटर हुए । जिससे कई अपराधी इसके शिकार भी हुए । जिससे अपराधियों के पैर उखड़ गये । जिससे अपराधियों ने इन्हें अपने हिटलिस्ट में शामिल कर, खगड़िया जिले में अपराधियों की गोली के शिकार दारोगा शहीद आशीष के बाद सुमन को अपना अगला टारगेट बना लिया ।
जिसका खुलासा एस .आई . आशीष की हत्या के बाद अपराधियों के सिक्रेट फाईल से हुई और इसको दैनिक समाचार पत्रों ने भी लाल ईंक से घेरे गये सुमन के तस्वीरों को भी सार्वजनिक किया था । इस बात का खुलासा करना लाजमी होगा कि कई बार मधेपूरा जिले में अपने वरिष्ठों से सम्मान पाते ये किशनगंज आ पहुंचे । जहां पहुंचकर यहां भी कई जघन्य कांडों के अभियुक्तों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में अपने सीनियरों के सहयोगी साबित हुए । जिसको ध्यान में रखकर जिले के एस.पी. कुमार आशीष ने इन्हें बहादुरगंज थाने में पदस्थापित किया।
जानकार सूत्र बतलाते हैं कि इनकी पदस्थापना से पुलिस के स्थानीय महकमें में काफी हायतौवा मची । जो यहां चर्चाओं में है, पर आज के चौकीदारी परेड में चौकीदार रंजीत, किशन लाल, गुरुदेव आदि ने एक लाईन में पूछने पर कहा कि -सर सूर्य उदय से हीं पूरे दिन का एहसास होता है कि आज का तापमान कैसा होगा । केवल चार दिनों में किसी आकलन को सही नहीं माना जा सकता है कि -आनेवाला कल कैसा होगा । पर जानकार कहते हैं कि “सुमन के माथे पर कांटों का ताज रखा गया है ,जिसे बदलकर नये थानाध्यक्ष को कांटों के बीच गुलाब खिलाना है ।जिसका जवाब आनेवाले कल के गर्भ में छुपा है ।