नौशाद आदिल की रिपोर्ट
छातापुर/सुपौल/बिहार : त्रिवेणीगंज के डपरखा स्थित मदरसा जामिया इस्लामिया सिराजुल उलुम परिसर में बुधवार को हज यात्रियों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मदरसा के अधीक्षक मौलाना अतीकुर-रहमान नदवी ने बताया कि बिहार राज्य हज कमिटी पटना के निर्देश पर सुपौल और मधेपुरा के हज यात्रिओं को प्रशिक्षण दिया गया।
बताया कि प्रशिक्षण में सुपौल के 16 और मधेपुरा से 4 हज यात्री शामिल हुए। मौलाना नुरुल हक रहमानी द्वारा हाजियों को प्रशिक्षण देते हुए सभी तरह के नियम की जानकारी दी गई। उन्होंने एहराम बांधकर अरकान ए हज अदा करने के तरीके बताए। मौलाना अब्दुस सुब्हान कासमी सदर जमीअत ओलमा नई दिल्ली ने हाजियों को सब्र से काम लेने के तरकीब दी। उन्होंने कहा कि जिसकी हज कबूल हुई जन्नत उसपर फर्ज हुआ। एहराम की फजीलत को लेकर उन्होंने कहा कि एहराम का बांधना हज के लिए खुद को समर्पित करना। एहराम की जो पाबन्दी है उसका पालन करना जरूरी होगा। सही तरीके से सभी अरकान की अदायगी जरूरी है वरना हज पूरा नहीं होगा। उन्होंने हज यात्रिओ से अपील किया कि खुद को हज अदा करने के लिए तैयार करे जो कलमा जरूरी है उसको सिख ले। हज यात्रिओं को कलमा तलबिया का जिक्र हर वक्त करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जो भी सरकार के गाइड लाइन जारी किया गया है उसका पालन करते हज अरकान को अदा करे। हज यात्रिओं को अपने जरूरी कागजात साथ लेकर जाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आप लोग अगर दवा लेते है तो डॉक्टर के स्लिप अपने साथ जरूर ले जाएंगे। मौके पर मौलाना अब्दुल हक कासमी, हाजी आफाक हुसैन, मौलाना न्याज अहमद, अतिकुर रहमान, नशिम इकबाल, कमाल खान आदि मौजूद थे।