मधेपुरा : बोले स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव, मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था से मैं नहीं हूँ संतुष्ट

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : मधेपुरा जिले का एक मात्र जीवन दायक जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल का निरीक्षण करने मधेपुरा पहुंचे सूबे के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने मेडिकल कॉलेज में फैली कुव्यवस्था पर सख्त नाराजगी जाहिर करते अस्पताल के अधीक्षक कर्नल डॉ अहमद अंसारी को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि यहाँ हॉस्पिटल जैसा माहौल नहीं है, मैं इस व्यवस्था से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हूँ।

निरीक्षण का वीडियो यहाँ देखें :

मेडिकल कॉलेज पहुचने से पूर्व प्रधान सचिव ने जिला में सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कोविड 19 से संबंधित तमाम बिन्दुओ बात की। उसके के बाद वह सीधे मेडिकल कॉलेज पहुंचे और काफी बारीकी से मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था का निरीक्षण किया। बताया गया कि अस्पताल में सुधार लाने एवं मजबूती लाने  हेतु वरीय अधिकारियों की उच्च स्तरीय टीम के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया गया है। इस दौरान वे इमरजेंसी, RTPCR लैब, शव गृह, कोरोना बिल्डिंग सहित अन्य जगहों का मुआइना कर  आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए ।

पत्रकारों से वार्ता करते हुए प्रधान सचिव श्री अमृत ने बताया कि निरीक्षण करने का मुख्य तीन उद्देश्य था, जिसमें पहला यह की बहुत बड़ी सुविधा इस पूरे इलाके के लिए दिया गया है, उसकी मौजूद हालात क्या है, मैं उसकी जानकारी खुद से लेना चाह रहा था। उन्होंने कहा कि कई चीजों को बारीकी से देखा है और बहुत सी खामियाँ नजर आई है। वहीं RTPCR टेस्ट की क्षमता में बढ़ोतरी क्यों नहीं हो रही है, उसे समझने की कोशिश की है, और तीसरी सबसे अहम बात यह है कि जो माहौल और वातावरण यहाँ होना चाहिए था वह यहां नही है। अस्पताल की बदहाली के सवाल पर प्रधान सचिव ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेज की जो व्यवस्था है मैं उससे बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हूं, यह बात जरूर है कि यहाँ काफी काम हो रहा है, लेकिन अभी भी बहुत सारे अहम काम करना बाकी है।

साफ-सफाई, खान-पान पर विशेष ध्यान देने का दिया निर्देश : निरीक्षण के दौरान प्रधान सचिव ने मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों के अनुपात में अस्पताल में उपलब्ध संसाधन के बारे में जानकारी प्राप्त की। व्यवस्था में सुधार लाने तथा इसे सुदृढ़ बनाने हेतु उचित साधन एवं कर्मी की उपलब्धता के संदर्भ में फीडबैक प्राप्त किया। सभी आवश्यक साधन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, साथ ही डॉक्टर को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों के इलाज हेतु नियमित रूप से विजिट करने तथा उनका हालचाल जाने का निर्देश दिया। उन्होंने वार्ड में साफ-सफाई तथा खान-पान पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। नियमित रूप से पालीवार सफाई कर्मियों की ड्यूटी निर्धारित करने का निर्देश दिया है, और वार्ड एवं शौचालय का समुचित सफाई करने का भी निर्देश दिया गया है।

 गौरतलब है कि गत सात मार्च को बिहार के मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री के उपस्थिति में इस मेडिकल कॉलेज का उद्घटान किया था। सरकार ने इस मेडिकल कॉलेज को विश्वस्तरीय सुविधाओं वाला बताया था लेकिन उद्घाटन बाद से ही यह मेडिकल कॉलेज अव्यवस्था को लेकर हमहसा सुर्खी में रहा है।

निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के साथ स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, संयुक्त सचिव संजीव कुमार, प्रबंध निदेशक BMSICL प्रदीप कुमार झा, डीएम नवदीप शुक्ला, एसपी संजय कुमार सहित अस्पताल के अधीक्षक, प्राचार्य व अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।  


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