दरभंगा/बिहार : देश भर में लगातार कई वर्षों से एक ही समुदाय विशेषकर बेकसूर मुसलमानों की माॅबलिंचिंग की जा रही है। हालांकि कुछ जगहों पर मुसलमानों के अलावा भी दूसरे समुदाय के लोगों की भी माॅबलिंचिंग में हत्या की गई है। केन्द्र की सरकार को माननीय सुप्रीम कोर्ट के दिए हुए निर्देश का पालन करना चाहिए ना की जगह जगह भीड़तंत्र बनाकर बेकसूरों की हत्या करने वाले उन्मादियों का समर्थन।
लगातार माॅबलिंचिंग में बेकसूरों की हत्या की जा रही है जिसमें पुलिस प्रशासन की भुमिका भी किसी आतंकी भेड़ियों से कम नहीं है। पुलिस कस्टडी में थर्ड डिग्री देकर मार दिया जा रहा है। केन्द्र की सरकार बताए क्या यही कानून है और लोकतांत्रिक देश है? क्या यही सबका साथ सबका विकास है? देश से बाहर यहाँ के दल्ले चैनल ऐंकर चीख चीख कर कहते हैं कि भारत से ज्यादा अल्पसंख्यक, दलित कहीं सुरक्षित नहीं जब्कि यह सरासर गलत है। भारतीय मुसलमान एवं दलित दहशत में हैं और कब किसकी हत्या कर दी जाए यह कहना मुश्किल है। घर से निकलने के बाद घर सुरक्षित लौटने की गारंटी नहीं है। ऐसे में लोकतांत्रिक देश, संविधान वाला देश कहने में भी शर्म महसूस होता है। कुछ वर्षों से लागातर भारतीय मुसलमानों को एकतरफा टारगेट कर मारा जा रहा है।
देश की दोगली, गोदी मिडिया इसे दिखा नहीं रही है और खुदको चैथा स्तंभ बताती है। कभी किसी भी बेगुनाह को रास्ते में कोई भी झूठा इल्जाम लगाकर मार दिया जाता है, कभी किसी मौलवी को ट्रेन से फेंक दिया जाता है, कभी किसी को जय श्री राम का नारा नहीं लगाने पर जान से मार दिया जाता है, कभी किसी को गाय के नाम पर मार दिया जाता है, कभी किसी के घरों को लूट लिया जाता है, कभी किसी की ढ़ाढ़ी नोंच ली जाती है, कभी किसी का दुपट्टा और नकाब खिंच लिया जाता है, कभी किसी को जबह कर जला दिया जाता है, कभी किसी को खंबें में बांधकर मार दिया जाता है और हद तो यह है कि इन सारी घटनों को अंजाम देने वाले दरिंदे आतंकादी विडियो बनाकर जनता में वायरल भी कर देता है। सरकार पूरी तरह से समर्थन करती है या फिर इस तरह के भेड़िए दरिंदे आतंकवादियों के सामने नतमस्तक बन चुकी है।
उक्त बातें आॅल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम ने मिडिया से बात करते हुए कही। श्री आलम ने कहा कि इन्हीं सारी घटनाओं पर अविलंब रोक लगाने, माॅब लिंचिंग पर अविलंब कानून बनाने और केन्द्र सरकार से जितने बेकसूरों की अब तक हत्या की गई है सभी को मुआवजा एवं परिवार के सदस्यों को नोकरी देने की मांग, माॅबलिंचिंग जैसी घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों को फाँसी के फंदा तक पहुँचाने के लिए 6 जुलाई, 2019 को सुबह 10 बजे दरभंगा कमिश्नरी के धरना स्थल मैदान से एक विरोध जुलूस निकाला जायगा। यह जुलूस कमिश्नरी मैदान से निकलकर कमिश्नरी के चारों ओर प्रोटेस्ट मार्च के रूप में निकलेगा और पूनः मैदान पहुँच कर सभा में तब्दील हो जायगा। सभा के समापन पर दरभंगा जिलाधिकारी के माध्यम से देश के महामहिम राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा जायगा। इस विरोध जुलूस में बड़ी संख्या में कमिश्नरी के सभी समुदाय के लोग शामिल होंगे।