मधेपुरा : संविधान की मूल भावना को अक्षुण्ण रखना हम सबों की जिम्मेदारी है – पीवीसी

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अमित कुमार
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : डा भीमराव अंबेडकर ने संविधान के माध्यम से भारत के सभी लोगों के लिए स्वतंत्रता, समानता, बंधुता की गारंटी देता है। यह संविधान चंद लोगों के लिए नहीं है, सबों के लिए है। अतः हम सबों की यह जिम्मेदारी है कि हम संविधान की मूल भावना को अक्षुण्ण रखें।

यह बात बीएनएमयू प्रति कुलपति प्रो डा फारूक अली ने कही, वे गुरूवार को डा अंबेडकर के 62 वें महापरिनिर्वाण दिवस पर जिला मुख्यालय स्थित अंबेडकर छात्रावास में आयोजित समारोह में बोल रहे थे। प्रति कुलपति ने कहा कि यह दुखद है कि आजादी के 70 वर्षों बाद भी हम संविधान की मूल भावना को आत्मसात नहीं कर पाए हैं। इसी कारण हम आज भी बदहाल हैं, आज भी वंचितों को उनका हक-अधिकार एवं मान-सम्मान नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि जो कि जो वर्ग विकास की मुख्यधारा में पीछे है, उन्हें विकास का अवसर मिलना चाहिए। संख्या के हिसाब से सबों को हिस्सेदारी एवं भागीदारी मिले।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि जिला कल्याण पदाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने कहा कि डा अंबेडकर कठिन परिस्थितियों में संघर्ष करके आगे आए। उन्होंने ‘हमें शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो’ का संदेश दिया है। हम शिक्षित होंगे, तभी हम अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों को जान सकेंगे। इसलिए हमें शिक्षा प्राप्ति के लिए तन, मन एवं धन से जुट जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि डा अंबेडकर ने दुनिया को मानववाद का संदेश दिया। उनके मानववाद को केन्द्र में रखकर ही देश का विकास हो सकता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए छात्रावास अधीक्षक सह सीनेट एवं सिंडीकेट के सदस्य डा जवाहर पासवान ने कहा कि डा अंबेडकर केवल दलितों के नेता नहीं थे, बल्कि वे संपूर्ण मानवता के उन्नायक थे। उन्होंने जीवनभर संघर्ष कर हम सबों के लिए सामाजिक न्याय की रोशनी लाई। हमें इस रोशनी को घर-घर तक पहुँचाना है. सामाजिक न्याय के कारवां को आगे ले जाना है।

इस अवसर पर पीआरओ डा सुधांशु शेखर, डा उदय कृष्ण, डा ललन कुमार सहनी, कार्यपालक अभियंता बिहार सरकार जयप्रकाश पासवान, माया के अध्यक्ष राहुल यादव, ई हरिश्चंद्र मंडल, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव, नितेश कुमार, सोनू यादव, ईसा असलम, माधव, दिलीप कुमार दिल, ललटू, ऋषिकेश, नितीश, रवीन्द्र कुमार, नवनीत, आर्यन, नीरज, राहुल, ॠषिकेश, अमित, शिवशंकर, अंशु, संतोष, दिनेश, मंजू सोरेन, सुखिया प्रवीण, सत्यम कुमार, शुभम, मिथुन, अजित,भवेश, राजा, हीरा, प्रभाष, मूलचंद, विलाश, विकाश, दिनकर कुमार, सौरभ कुमार चौहान सहित अन्य छात्र उपस्थित थे. मंच संचालन मनीष कुमार ने किया, धन्यवाद ज्ञापन हंसराज कुमार हंस उर्फ मुन्ना कुमार ने की।


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