मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : केन्द्रीय भूमिजल बोर्ड, भारत सरकार द्वारा भूगर्भ जल सर्वेक्षण के तहत बीएल हाई स्कूल में बुधवार को बोरिंग ड्रिलिंग का शुभारंभ किया गया है। स्वच्छ जल हेतु केंद्रीय भूमि जल बोर्ड के तकनीकी सहायक नंद कुमार पांडेय के नेतृत्व में 9 सदस्य टीम ने आज से जल के लिए खुदाई प्रारंभ कर दिया है। जिसका शुभारंभ स्कूल के एचएम डॉ रूद्रधर झा नवल ने फीता काटकर किया। मौके पर स्कूल के शिक्षक- शिक्षिकाएं और सभी छात्र छात्राएँ मौजूद थी।
इस मौके पर एचएम डॉ रूद्रधर झा नवल ने भूमि जल बोर्ड के तमाम कर्मियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि स्कूल को एक अटल संपत्ति प्राप्त हुआ। इससे स्कूल परिवार खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। वहीं नंद कुमार पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि एक हजार फीट की खुदाई के बाद हम लोग उस जल को लैबोरेट्री में जांच के लिए भेजते हैं। अगर सीधे जल पीने योग्य नहीं होगा तो आगे और गहरी खुदाई होगी। हम लोग हजार फिट के बाद ही जल की शुद्धता की जांच करते हैं। जो हमारे शरीर के लिए उपयोगी होता है। उसे फिल्ट्रेशन करने की आवश्यकता नहीं होती। उसे सीधे पीने के उपयोग में लाया जा सकता है। इस प्रोजेक्ट के तैयार होने के बाद हम उसे बिहार सरकार को सौंप देंगे। खासकर विद्यालय के प्रधान और विज्ञान शिक्षक की अहम भूमिका के कारण लाखों की लागत से बनने वाला यह प्रोजेक्ट शुरू हो पाया है।
मौके पर शिक्षक कृष्ण कुमार यादव, नित्यानंद मंडल, जयशंकर प्रसाद, राजेन्द्र मंडल, आशीष कुमार, रजनीश कुमार, अनिता वर्मा, रूपमाला कुमारी, अजय कुमार, मुन्द्रिका कुमारी, अरूण कुमार सहित शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्र छात्राएँ मौजूद थी।