मधेपुरा/बिहार : जिला मुख्यालय स्थित कला भवन परिसर में सोमवार को बिजली विभाग में कार्यरत मानव बलों ने 15 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया. हाथों में तख्तियां लिए सभी मानव बलों ने समान कार्य समान वेतन एवं एजेंसी को बिचौलिया के रूप में खत्म करने की मांग की.
संघ के जिलाध्यक्ष टुनटुन कुमार ने कहा कि बिहार स्टेट प्रोग्रेसिव इलेक्ट्रिक वर्कर यूनियन के बैनर तले अपने कई मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. धरना के बाद डीएम को मांग पत्र सौंपा गया. जिलाध्यक्ष ने कहा कि हमारी प्रमुख मांगों में से, मानव बल को एजेंसी मुक्त करते हुए सीधे विभाग की ओर से संचालित एवं निर्देशित किया जाये. इसके साथ ही सभी मानव बल को समान कार्य समान वेतन का लाभ दिया जाये. एजेंसी के माध्यम से कार्य करने पर कोई फायदा नहीं है. 30 दिन का कार्य करने पर मात्र 26 दिन का पेमेंट मिलता है. रात-दिन हमेशा उनलोगों से काम लिया जाता है. उनलोगों ने कहा कि शहर से गांव तक बिजली व्यवस्था बेहतर रह रही है. इसके पीछे मानव बलों की बड़ी भूमिका है. मानव बल अपनी जान की परवाह किये बगैर घर तक बिजली पहुंचा रहे हैं. मानव बलों का ड्यूटी पर आने का समय तय है, लेकिन जाने का समय निर्धारित नहीं है. उन्होंने कहा कि मानव बलों को 9300 रुपये मिलते हैं. इतने कम पैसे में परिवार चलाना काफी मुश्किल है. शादी-विवाह से लेकर श्राद्ध तक के लिए ब्याज पर पैसा लेना पड़ता है. उन्होंने कहा कि कहा कि सरकार मानव बलों का आउटसोर्सिंग समाप्त कर सरकारी कर्मी का दर्जा दें. मानव बलों का काम एजेंसी मुक्त होना चाहिये
इस अवसर पर मानव बल संघ के उपाध्यक्ष मनोज कुमार दास, कोषाध्यक्ष मो आतिफ, राजेंद्र यादव, मो खलील असरफ, रविंद्र मेहता, राजीव कुमार, रामोतार साह, सर्वेश कुमार, इंदु कुमार, राजेंद्र कुमार, शिवम मलिक, संजीत कुमार भगत, ज्योतिष मंडल, संतीश शर्मा, पवन यादव, मो अबदुल्लाह, लक्ष्मण कुमार यादव, रणवीर कुमार, गोपी मुखिया समेत अन्य उपस्तित थे.