मधेपुरा/बिहार : सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उस वक्त कोहराम मच गया जब मुरलीगंज के एक ही परिवार के लगभग एक सप्ताह से गायब एक महिला एवं तीन बच्चे परिजन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी राजेश कुमार से न्याय की गुहार लगाने पहुंचे. इस दौरान परिजनों ने कार्यालय में उपस्थित पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस बलों के समक्ष पर्श पर गिरकर एवं उनके पांव में लिपट कर गायब बच्चों एवं महिला के बरामदगी को लेकर धहाड़ मारकर रो रही थी. परिजनों के चित्कार सुनकर कार्यालय में पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस बलों की भीड़ इकट्ठा हो गयी और परिजनों को समझाने लगे.
मालूम हो कि जिले के मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत रजनी पंचायत के वार्ड नंबर 17 निवासी सहदेव साह ने 02 फरवरी को पुत्री, एक पोती, नतनी एवं नाती के गायब होने को लेकर थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी थी. पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मौजूद परिजनों ने बताया कि शादीशुदा 25 वर्षीय पुत्री रिंकी देवी जो पिछले छह माह से मायके में रह रही थी. एक फरवरी की शाम गांव के ही बेबी देवी की बकरी हमारी गेहूं की खेत में गेहूं चर रही थी. मना करने पर दोनों के बीच तू-तू मैं-मैं और हाथापाई हुई. उसके बाद बेबी देवी ने कहा कि तुम लोगों को उठा लेंगे. एक फरवरी के रात्रि से ही मेरी बेटी रिंकी देवी, पोती अंजनी, नतनी लक्ष्मी, नाती रोशन गायब है. घटना सूचना दो फरवरी को पुलिस को दिया. रिंकी देवी की 50 वर्षीय मां फुलो देवी ने बताया कि मिथिलेश शर्मा की पत्नी बेबी देवी द्वारा, बकरी चराने में हुए विवाद के बाद गायब कर देने की धमकी दिया था. रिंकी देवी की भौजाई तारा देवी ने बताया कि हमारी ननद पिछले छह महीने से मायके में रह रही थी. रिंकी के पति कमाने के लिए बाहर गया हुआ है. रिंकी व तीन बच्चे कैसे गायब हुई इसका कोई पता नहीं है.
मौके पर सीटी डीएसपी अमरकांत चौबे द्वारा जल्द से जल्द मामले को लेकर कार्रवाई करने एवं जल्द महिला एवं बच्चे की बरामदगी की बात कह कर सभी को शांत किये.