मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत रघुनाथपुर कन्या विद्यालय में किसान चौपाल का आयोजन किया गया। राजद कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित चौपाल की अध्यक्षता युवा राजद के प्रखंड अध्यक्ष सह पंचायत समिति सदस्य विकास कुमार ने की। इस दौरान किसान चौपाल को संबोधित करते हुए मधेपुरा के राजद विधायक एवं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री प्रोफ़ेसर चंद्रशेखर ने कहा कि बिहार में कानून का नहीं क्रिमिनल का राज है, सत्ता संरक्षित अपराधियों का तांडव बदस्तूर जारी है, किसी का जान माल सुरक्षित नहीं है। छात्र नौजवानों के भविष्य के साथ एक सुनियोजित साजिश के तहत खिलवाड़ की जा रही है, किसानों में हाहाकार मची है और सरकार समाज सुधारने चली है।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के कारण किसान तबाह और परेशान हैं। वे अपने खेती को छोड़कर काम की खोज में दूसरे राज्य पलायन कर रहे हैं, अगर खेती और किसानी बचाना है तो पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसानों से सीख लेना होगा l उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून के खिलाफ एक वर्ष तक चले लंबे किसान आंदोलन एवं 700 किसानों की शहादत के बल पर मोदी सरकार को घुटने टेकने के लिए मजबूर होना पड़ा और तीन काला कानून वापस हुआ। यह जीत किसान आंदोलन की जीत है, लोकतंत्र की जीत है। उन्होंने बिहार के खेतिहरों से कहा कि एक दिन की लड़ाई नहीं है, लंबी और व्यापक लड़ाई लड़नी होगी तब समस्याओं का समाधान होगा, खेती बचेगी तो गांव बचेगा, गांव बचेगा तब देश बचेगा प्रो. चंद्रशेखर ने बिहार के विभिन्न जिलों में हो रहे छात्र आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि शिक्षा बुनियादी परिवर्तन का सबसे तेज हथियार है, इसलिए आज मनुवादी सरकार शिक्षा को चौपट करने में लगी है।
उन्होंने खाद की किल्लत और काला बाजारी एवं जमीन की जमाबंदी के परिमार्जन कराने में व्याप्त घूसखोरी के लिए प्रशासन और सरकार पर जमकर बरसा और कहा कि किसानों की अनदेखी नहीं सहेंगे। वहीं उन्होंने आगामी 3 फरवरी को मधेपुरा जिला समाहरणालय के समक्ष कला भवन परिसर में आयोजित विशाल धरना कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाग लेने का आह्वान आम जनों से की।
किसान चौपाल को संबोधित करते हुए भाकपा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार किसान विरोधी है। 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुना करने के पीएम मोदी के वादे छलावा साबित हुआ, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों की फसल की खरीदारी नहीं होती, इसलिए किसान लगातार घाटे में और कर्ज में डूबते चले जा रहे हैं, जिस कारण बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अन्नदाता किसान देश का भगवान है, इनके साथ नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं करेंगे , हमें संगठित होकर खेत और देश बचाने के लिए संघर्ष तेज करना होगा।
राजद के प्रदेश महासचिव देव किशोर यादव ने कहा कि सरकार सभी क्षेत्रों में पूरी तरह विफल है। शराबबंदी एवं दहेज बंदी की रोज धज्जियां उड़ाई जा रही है। प्रशासनिक पदाधिकारी एवं सत्तारूढ़ दल के मंत्री व विधायक इससे में संलिप्त है। युवा राजद के जिला प्रवक्ता संजीव कुमार, युवा नेता अरुण कुमार एवं रितेश कुमार ने कहा कि बिहार में विकास योजना एवं गरीबी उन्मूलन योजना भ्रष्टाचार का भेंट चढ़कर रह गया है,हर स्तर पर भ्रष्टाचार और अफसर शाह का बोलबाला है। किसान चौपाल को प्रखंड प्रमुख मोहम्मद जब्बार, पंचायत समिति सदस्य मनोज कुमार सिंह, समाजसेवी जय नारायण यादव, आलोक कुमार, लीलाधर प्रसाद यादव, अमोल कुमार आलोक, अर्जून यादव आदि ने संबोधित किया। किसान चौपाल कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में लोगो की भीड़ उमड़ी रहीl