खाद की किल्लत सहित विभिन्न मागों को लेकर एनएच 107 को किया घंटों जाम

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मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : खाद की किल्लत एवं कालाबाजारी के खिलाफ भाकपा ने गुरुवार को जिले के मुरलीगंज प्रखण्ड के बैंगा पुल पर एनएच 107 को घंटो जामकर सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। वर्तमान में किसानों  को रबि फसल बुआई में उपयोग होने वाले खाद डीएपी, मिक्सचर एवं पोटाश की भारी किल्लत एवं कालाबाजारी के खिलाफ सीपीआई कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए समर्थन मूल्य पर धान की अधिप्राप्ति की मांग की जा रही थी। इस दौरान आंदोलनकारियों ने केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लगभग डेढ घंटे तक एनएच 107 को जाम कर विरोध प्रदर्शन के कारण इस दौरान पुल के दोनों तरफ बड़े व छोटे वाहनो की लंबी कतार लगी थी। आम राहगीरों को काफी परेशानी हुई।

भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि खाद की किल्लत एवं कालाबाजारी से किसानों में हाहाकार मची है। इस मामले में जिला प्रशासन पंगु बनी हुई है। बिहार सरकार लफ्फाजी कर रही है। केंद्र सरकार बिहार के साथ सौतेले पन की व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा अभी तक बिहार को डीएपी 14% एवं यूरिया 16% ही आपूर्ति की गई है। क्योंकि बिहार को आवंटित कोटे को काटकर आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी और पंजाब को दे दिया गया है। भाकपा नेता श्री प्रभाकर ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार पूरी तरह किसान विरोधी एवं कारपोरेट पक्षी है। खाद की किल्लत दूर नहीं हुई तो आंदोलन उग्र होंगे।                     

भाकपा के जिला मंत्री विद्याधर मुखिया ने कहा कि डीएपी का 50 किलो का बैग 1200 सौ के जगह 1500 ₹ और यूरिया 266 के जगह 350 एवं ₹400 में बिना रसीद का धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। इसमें पूरी तरह से व्यापारी और प्रशासन का गठजोड़ है। भाकपा के अंचल मंत्री अनिल भारती ने कहा कि सरकार द्वारा धान की समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल 1940 निर्धारित है। परंतु किसान  1100  और 1200  में अपनी धान ओने पोने दाम में व्यापारियों के हाथ बेचने को मजबूर हैं। सरकार किसानों की समस्या को अनदेखी कर रही है। अगर धान की अधिप्राप्ति न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सुनिश्चित नहीं की गई तो आंदोलन तेज किए जाएंगे।

 भाकपा के युवा नेता मोहम्मद सिराज एवं रमेश कुमार शर्मा ने धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य बढ़ाने, पैक्स को सीसी बढ़ाने एवं किसानों को पक्की रसीद के साथ खाद देने की मांग की है। इंटक जिला संयोजक वीरेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि बाजार में नकली खाद की कारोबार बड़े पैमाने पर हो रही है। जिला प्रशासन नकली खाद की बिक्री पर और खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाए नहीं तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। भाकपा के वरीय नेता बैजनाथ प्रसाद साह एवं मधेपुरा अंचल मंत्री मोहम्मद जहांगीर ने कहा कि 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक गेहूं की बुआई होनी थी। परंतु खाद के अभाव में अभी तक 50% खेत की बुआई नहीं हुई है। जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकार जिम्मेवार है। किसान नेता वारलेस यादव, मनोज यादव एवं मजदूर नेता बबलू कुमार मुरमुर ने कहा कि बिस्कोमान में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाय तथा जरूरतमंद किसानों को निर्धारित कीमत पर खाद मुहैया कराई जाय।

मौके पर भाकपा नेता दशरथ रस्तोगी, उमेश रजक किसान नेता शंकर यादव, दयानंद यादव, मोहम्मद नजीरउद्दीन, गजेंद्र कुमार हेंब्रम, विपिन हेम्बरम, सनत हेंब्रम, मोहम्मद गब्बर, जय नारायण साह सहित दर्जनो कार्यकर्ता मौजूद थे।

मिथिलेश कुमार
संवाददाता
मुरलीगंज, मधेपुरा

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