मधेपुरा/बिहार : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अत्यंत ही भयावह रूप धारण करती जा रही है। इससे निपटने में केंद्र एवं राज्य की सरकार पूरी तरह विफल है।
उक्त बातें आज यहां प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सदर राजद विधायक एवं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री प्रो० चंद्रशेखर ने कही है। उन्होंने कहा कि पिछले 1 वर्ष में सरकार कोरोना के विरुद्ध तैयारी के बजाय चुनावी तैयारी में मशगूल रही। इन्हें आम लोगों के जीवन की कोई चिंता नहीं रही। उन्होंने कहा कि चीन जैसे बड़े देश में जहां स्थिति बहुत हीं भयावह थी उसने स्थिति को नियंत्रित कर लिया। कोवड19 की जन्म अस्थली वुहान से सटा देश ताईवान में कोरोना प्रभावित चार अंक में भी नहीं पहुंच सका। भारत में केरल जहां सबसे पहले कोरोना ने दस्तक दी वहां आज की स्थिति बहुत हीं अच्छी है।
प्रो० चंद्रशेखर ने कहा कि पिछले साल इस महामारी ने करोड़ों लोगों की जिंदगी में आर्थिक बदहाली लाया था। लाखों लोगों का जीवन समाप्त हो गया था बावजूद केंद्र व राज्य की सरकार की घोर लापरवाही और उदासीनता की वजह से अस्पतालों की कमी, अस्पतालों में बिस्तरों का अभाव, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, आवश्यक दवाई, पीपीई कीटों एवं एंबुलेंस की भारी किल्लत का लोग शिकार हो रहे हैं। डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों का घोर संकट है। लाखों बेबस गरीब लोग इलाज के अभाव में तड़प कर दम तोड़ रहे हैं। बडे पैमाने पर बाहर से आ रहे मजदूरों को भगवान भरोसे छोड़ दिया जा रहा है। उनकी जांच तक नहीं कराई जाती है जो बेहद जरूरी है। आम लोगों में त्राहिमाम मचा है। हमारे यहां व्यापक जांच और वैक्सीन की आवश्यकता है । ऑक्सीजन की मारामारी के बीच मोदी सरकार ने दूसरे देश को 9 हजार मैट्रिक टन ऑक्सीजन बेचकर भारत वासियों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया है । उन्होंने कहा कि कोरोना की बेहद ख़तरनाक नई वैरिएंट चुनावी राज्य बंगाल से पैदा हुआ है जिसकी पूरी जिम्मेदारी पीएम मोदी और चुनाव आयोग की है। पिछले वर्ष पीएम केयर्स फंड में विशाल राशि इकट्ठी की गई थी पता नहीं यह राशि कहां खर्च हुआ?
विधायक प्रो० चंद्रशेखर ने बाहर से आ रहे तमाम लोगों को जांच कर क्वॉरेंटाइन करने, अस्पताल में बेड,ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और जांच की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित कराने, डॉक्टर और नर्स एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की शीघ्र बहाली करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आम जनों की जान माल की सुरक्षा सरकार की है और जो सरकार इस कर्तव्य को पूरा न करे उसे सरकार में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
विधायक प्रो० चंद्रशेखर ने कहा कि मंगलवार को मैंने जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल मधेपुरा एवं सदर अस्पताल मधेपुरा की स्थिति का जायजा लिया । जो जानकारी मिली वह बेहद चौंकाने वाला एवं चिंता जनक है। इस महामारी में भी प्राचार्य अनुपस्थित रहते हैं । घोर अव्यवस्था की स्थिति है। जान जोखिम में डालकर रात दिन काम करने वाली नर्सों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के शौचालयों की उचित सफाई तक नहीं हो पाती है और नहीं समुचित पानी का सप्लाई है। सामने कई दिनों से कचरे का ढेर लगा है,कुछ नर्सों की बदौलत इतने बरे अस्पताल में स्वास्थ व्यवस्था संचालित हो रही है डॉ ड्यूटी से गायब मिले जो बेहद खतरनाक है।
वेंटिलेटरों को संचालित करने वाला उचित टेक्नीशियन का अभाव है। जिम्मेदार पदाधिकारी आम लोगों एवं जनप्रतिनिधियों का फोन तक नहीं उठाते हैं। उन्होंने कहा कि लोकप्रिय पूर्व विधायक विजय कुमार सिंह यादव एवं प्रभात खबर के युवा पत्रकार पींटू भगत के कोरोना से हुई मौत से अस्तबद्ध एवं व्यथित हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे एवं सभी शुभचिंतकों एवं परिवार के लोगों को दुःख सहने की शक्ति।
विधायक चंद्रशेखर ने कहा कि आत्म संयम एवं सुरक्षा हीं कोरोना को परास्त करने का सरल उपाय है। उन्होंने आम लोगों को संयम बरतने, सुरक्षित रहने तथा नियमों का पालन करने की अपील की ।
उन्होंने इस आपदा की घड़ी में आम जनों के साथ रहने तथा यथासंभव सेवा करने का भरोसा दिलाया एवं कहा कि एक-एक व्यक्ति की जान कीमती है। हम सभी के प्रयास और सहयोग ही इस आपदा से हमें बचा सकता है। उन्होंनेे सरकार से अविलंब कुव्यवस्था दूर कर आम प्रभावितों को समुचित एवं कारगर चिकित्सा मुहैय्या कराने कही, नहीं तो जनाक्रोश के गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।