राष्ट्रीय बालिका दिवस पर चर्चित धाविका सुमन भारती ललिता को “आदर्श प्रतिभा” सम्मान से नावाजा गया

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फ़ोटो : धाविका सुमन भारती को सम्मानित करते अतिथिगण
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मधेपुरा/बिहार :आज हर क्षेत्र में बच्चियां लिख इन्कलाब रही है और इतिहास रच रही है। समाज के विकास में मजबूती से अपनी भागीदारी प्रदान कर रही हैं। आज बेटियां किसी स्तर पर बेटों से कम नहीं रही । बेटियों की उड़ान को सम्मानित व उत्साहित करना एक सराहनीय कदम है।

उक्त बातें बीएनएमयू के एनएसएस पदाधिकारी प्रो अभय कुमार ने छात्र संगठन एआईएसएफ द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में जिले की चर्चित धाविका सुमन भारती ललिता को संगठन के “आदर्श प्रतिभा” के सम्मान से सम्मानित करने के बाद अपने संबोधन में कही।

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उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतिभाओं के सम्मान से अन्य प्रतिभाओं के अंदर संघर्ष करने व आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी । सुमन भारती ललिता के कोच शंभू कुमार ने कहा कि ललिता लगातार अपनी प्रतिभा के बल पर नया अध्याय लिख रही है। कम उम्र में ही माता पिता व अभिभावक खोने के बाद भी ललिता ने कदम पीछे नहीं किए बल्कि निरन्तर संघर्ष कर मुकाम प्राप्त कर रही है। ए आई एस एफ  के आदर्श प्रतिभा के सम्मान से सम्मानित होने के बाद ललिता ने कहा कि इस समाज ने उसे बहुत कुछ दिया है हर मोड़ पर उसके हौसले को उड़ान मिला है।जब जब जरूरत पड़ी विभिन्न स्तरों पर लोगों ने सहयोग किया ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस 2008 से हर वर्ष मनाया जाता है। हर साल के आयोजन का एक विशेष थीम होता है जिसका मूल उद्देश्य है समाज में बालिकाओं के बीच जागरूकता फैलाना व समाज में व्याप्त असमानता को दूर करना। ऐसी प्रतिभाएं ही साबित करती हैं की लड़कियां सूरज की रूह और चांद की नूर ही नहीं बल्कि गीता कुरान और बाइबिल हैं।उन्होंने कहा कि अनाथ होने के बाद भी निराश होने की जगह लगातार स्थानीय स्तर से राष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त करने व हाल ही में बिहार पुलिस की लिखित व फिजिकल परीक्षा में बेहतर कर सफलता पाने को संगठन के  “आदर्श प्रतिभा” के सम्मान के चयन का आधार बनाया गया। छात्र नेता राठौर ने कहा कि ललिता जैसी प्रतिभाओं को सम्मानित करने का मूल उद्देश्य छात्र युवा पीढ़ी को यह संदेश देना है कि अगर ईमानदारी से लगातार कोशिश जारी रहे तो कोई भी मंजिल प्राप्त की जा सकती है। राठौर ने कहा कि संगठन अपने 85 वीं वर्षगांठ अन्तर्गत विभिन्न क्षेत्रों की खास प्रतिभाओं को सामने लाकर लगातार सम्मानित करने का काम कर रही है।

संगठन के संयुक्त जिला सचिव सौरभ कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन भविष्य में भी जारी रहेगी। इस अवसर पर संजय, उमेश, प्रकाश, मुकेश, रवि आदि उपस्थित रहे।

मो० नियाज अहमद
ब्यूरो, मधेपुरा

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