नालंदा: धान की खरीदारी नहीं करने पर किसानों ने पैक्स अध्यक्ष के खिलाफ समाहरणालय के समक्ष किया प्रदर्शन

Spread the news

मुर्शीद आलम
नालंदा ब्यूरो
बिहार

नालंदा/बिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला स्थित मुख्यमंत्री के गृह प्रखंड हरनौत के पचौरा पंचायत और बसनियावां पंचायत के सैकड़ों किसानों ने जिला समाहरणालय पर पहुंचकर सात ट्रैक्टर पर धान को लोड कर प्रदर्शन करते हुए समाहरणालय के सामने बरबीघा-पटना सड़क को जाम कर प्रशासन,सरकार और पैक्स अध्यक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

दोनों पंचायत के किसान राकेश कुमार, भरत लाल, रणबीर कुमार, अजय कुमार, लालू चौहान, प्रणव पटेल इत्यादि लोगों ने कहा कि हम लोगों के पंचायत में पैक्स अध्यक्ष के द्वारा धान की खरीदारी नहीं की जा रही है बल्कि अपने परिवार के लोगों के द्वारा और बिचौलियों के माध्यम से किसानों से कम मूल्य पर धान खरीद कर पैक्स अध्यक्ष उसको खरीद रहे इस तरह किसान काफी परेशान होकर और 15 दिन पूर्व पदाधिकारियों को इसकी सूचना देने के बावजूद जब कोई भी कार्रवाई नहीं हुई तो किसान प्रदर्शन करने के लिए धान के साथ समाहरणालय पर पहुंच गए। किसानों को यह भी आरोप था के पैक्स अध्यक्ष द्वारा हमारे धान को गंदा, गीला, मिट्टी भरा होने का आरोप लगाकर 40 किलो में 7 किलो वाट के नाम पर काट लिया जाता है, दूसरी तरफ ट्रैक्टर से भी ₹300 लिया जाता है और धान के बोरे का कोई भी पैसा नहीं दी जाती है, साथ ही साथ धान का जो मूल्य होता है उसका भुगतान समय से नहीं काफी देर से की जाती है।

यह भी पढे : इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने पत्रकार व उनके परिजनों पर जानलेवा हमला करने वाले दबंगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर की बैठक

अध्यक्ष द्वारा अपने लोगों से खेत का रसीद लेकर कुछ पैसों का लालच देकर उनके खेत रसीद लेकर ट्रांसफर किया जाता है। इस तरह किसानों को पैक्स अध्यक्ष के द्वारा परेशान किया जाता है। कई बार किसान हरनौत प्रखंड के कृषि पदाधिकारी से मिलकर पैक्स अध्यक्ष के द्वारा पंचायत के किसानों के साथ हो रही नाइंसाफी के बारे में भी बताने का कार्य किया, लेकिन प्रखंड प्रशासन के द्वारा कुछ भी कार्रवाई नहीं करने से हम लोग परेशान होकर आज मंगलवार को जिला समाहरणालय का घेराव कर अपनी धान की खरीदारी सरकारी मूल पर करने का मांग को लेकर यहां पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि कड़ी मेहनत और खून पसीना बहा कर हम लोग फसल को पैदा करते हैं और जब बेचने के लिए व्यापार मंडल एवं पैक्स के पास जाते हैं तो हमारे धान के ऊपर तरह-तरह की बातें कह कर लेने से इनकार कर देते हैं जिसके उपरांत हम लोग आज यहां आए। करीब 2 घंटे से भी ज्यादा कलेक्ट्रेट गेट के सामने धान लदी ट्रैक्टर को लगाकर सड़क जाम कर दिया जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया।


Spread the news