=> एआईएसएफ ने बुलाई आपात बैठक, आंदोलन का होगा शंखनाद
=> बीएनएमयू छात्र हित के मुद्दों पर नहीं है गंभीर : एआईएसएफ
मधेपुरा (बिहार) : वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के राष्ट्रीय परिषद सदस्य, राज्य उपाध्यक्ष सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने बीएनएमयू कुलपति प्रो डा आरकेपी रमन से मिलकर छात्रहित के विभिन्न मुद्दों पर विवि प्रशासन द्वारा लगातार मांग के बाद भी कारगर कदम नहीं उठाए जाने पर आपत्ति जताई. छात्र नेता राठौर ने कुलपति को सौंपे आवेदन में कहा कि लगातार मांग के बाद भी गर्ल्स, एससी, एसटी के नि:शुल्क शिक्षा को धरातल पर नहीं उतारा जा सका है. नामांकन व फॉर्म भराई में खुलेआम महाविद्यालय व स्नातकोत्तर विभागों में आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है. कोर्स वर्क की परीक्षा का अंकपत्र अभी तक नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि बीएड से जुड़े विभिन्न बिंदुओं यथा अवैध नियुक्ति, एनसीटीई के नियमों की अनदेखी आदि पर संगठन ने उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की थी, लेकिन अभी तक इसको लेकर कोई पहल नहीं होना दर्शाता है कि बीएड को बर्बाद करने में विवि की भी मिलीभगत है. गर्ल्स हॉस्टल को शुरू करवाने के लिए निर्धारित सीट से ज्यादा आवेदन उपलब्ध करवाने के बाद भी अभी तक विवि स्तर से कारगर कदम नहीं उठाए गए हैं. पैट 2020 को लेकर अभी तक कोई योजना नहीं है. सुपौल में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू करवाने का फैसला सिर्फ कागज तक ही सीमित है. वहीं पत्रकारिता, संगीत एवं नाट्यशास्त्र सहित कई विषयों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू करवाने के निर्णय को किसी न किसी स्तर पर लटका कर, विवि को छात्र हित की जगह खाने पीने का अड्डा बना दिया गया है. राठौर ने कहा कि पहले की मुलाकातों में कोरोना व चुनावी आचार संहिता की बात कहकर असमर्थता जाहिर की जाती रही है. अब ऐसी कोई समस्या नहीं है. इसलिए अब कोई आनाकानी नहीं चलेगी. राठौर ने स्पष्ट किया कि बीएनएमयू की आदर्श छवि बनाने में संगठन हर मोड़ पर साथ रहेगा, लेकिन लूट खसोट और भाई भतीजावाद का गढ़ किसी कीमत पर नहीं बनने देगा. अब हालात सामान्य होने लगे हैं, इसलिए विश्वविद्यालय में ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू करवाने को लेकर भी पहल हो. कई अन्य मुद्दों पर भी राठौर ने कुलपति से वार्ता करते हुए विवि की शिथिलता की शिकायत की. उन्होंने कहा कि अब विलंब हुआ तो संगठन आंदोलन को विवश होगा. इसको लेकर इसी सप्ताह संगठन ने विवि स्तरीय आपात बैठक भी बुलाई है. जिसमें आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जाएगी.