मधेपुरा : कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : जिले में कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। कोरोना संक्रमित मरीजों को किसी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े तथा संक्रमण को रोकने के लिए लगातार जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला व पुलिस अधीक्षक संजय कुमार समेत जिले के अन्य वरीय अधिकारियों द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल तथा सदर अस्पताल का निरीक्षण किया जा रहा है। साथ ही जिले के अधिकारियों के साथ-साथ प्रमंडलीय अधिकारियों एवं राज्य के अधिकारियों के द्वारा भी निरीक्षण किया जा रहा है एवं कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं।

बीते बुधवार को सूबे के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, संयुक्त सचिव संजीव कुमार, प्रबंध निदेशक बीएमएसआईसीएल प्रदीप कुमार झा, डीएम नवदीप शुक्ला, एसपी संजय कुमार सहित अधिकारियों ने जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल का निरीक्षण किया। शुक्रवार को जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया। उनके साथ अपर समाहर्ता, अस्पताल प्रशासन के अधीक्षक, उपाधीक्षक, प्राचार्य सहित अन्य चिकित्सक भी मौजुद थे।

इस दौरान जिला पदाधिकारी ने स्वयं कोरोना वार्ड मे जाकर प्रत्येक मरीज से बात की एवं हाल चाल जाना,  साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों को मिलने वाली सुख सुविधा के बारे मे भी जानकारी ली। उसके  बाद उन्होंने अस्पताल मे स्थापित कंट्रोल रूम का भी जायजा लिया। तत्पश्चात उन्होंने अस्पताल अधीक्षक को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। जिला पदाधिकारी के द्वारा सफाई, खाना-पीना, दवाई को लेकर एवं अन्य सुविधायें की बारीकी से जांच की गई।

कोरोना संक्रमण को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं लोग, भुगतना पड़ सकता है खामियाजा : जहां कोरोना संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन का पूरा अमला जुटा हुआ है साथ में जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला व पुलिस अधीक्षक संजय कुमार समेत जिले के अन्य वरीय अधिकारी कोई भी चूक बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है। वहीं कुछ लोग इसे अब तक समझ नहीं पा रहे हैं। शहर में लगातार मास्क को लेकर चालान काटी जा रही है, लेकिन इसके बाबजूद भी कई लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं। शहर में लगातार मास्क को लेकर चालान जारी है, लेकिन इसके बावजूद भी कई लोग बिना मास्क के ही बाजार करते हैं, बिना मास्क के सब्जी विक्रेता सब्जी बेचते हैं और लोग भी बिना मास्क के सब्जी लेने बाजार आ रहे है। जबकि सरकार व जिला प्रशासन की तरफ से बार-बार कहा जा रहा है कि बिना मास्क के घर से ना निकले। अति आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकले, इसके बावजूद भी कई लोग सुनने को तैयार नहीं है।

मधेपुरा ऐसे लोगों की मनमानी रवैया के कारण जिला प्रशासन के मंसूबे पर पानी फिर सकता है। साथ ही इनके लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ सकता है।

बाजार में मनमानी कर रहे हैं दुकानदार, समय के पूर्व खोलते हैं दुकान : बाजार में घूम रहे लोग ना ही सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे थे और ना ही चेहरे पर मास्क या रुमाल बांधे हुये थे। उन सभी को जैसे कोरोना वायरस की जानकारी ही नहीं है। मालूम हो कि जिले में अब तक  कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगभग 18 सौ के समीप पहुंच चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी लोग संयम नहीं बरत रहे हैं। न ही चेहरे पर मास्क लगा रहे हैं और ना ही समाजिक दूरी रखने का प्रयास कर रहे हैं। बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए पहले केंद्र सरकार के द्वारा चार फेज में लॉकडाउन लगाया गया था। उसके बाद केंद्र सरकार के द्वारा तीन फेज में ऑनलॉक  लगाया गया।

 इसी बीच जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुयर जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला द्वारा सात दिन का लॉकडाउन लगाया गया। जिसके बाद राज्य सरकार द्वारा कोरोना के गंभीर स्थिति को देखते हुये 16 से 31 जुलाई, एक से 16 अगस्त एवं 17 अगस्त से छह सितंबर तक लॉकडाउन लगाया गया। फिर भी लोग समझ नहीं रहे हैं। लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने में आम लोगों से दुकानदार भी पीछे नहीं है। लॉकडाउन के दौरान जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला के निर्देश पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी वृंदा लाल द्वारा दुकानों को खोलने एवं बंद करने को लेकर समय निर्धारित कर दिया गया है, लेकिन कई दुकानदार नियमों को ताक पर रखकर एवं अपनी मनमानी दिखाते हुये दुकान को समय से पूर्व खोलते हैं एवं देर शाम तक दुकान चलाते रहते हैं।

1748 कोरोना संक्रमित में से 1267 व्यक्ति स्वस्थ होकर जा चुके हैं घर : शुक्रवार की 37 लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट  जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के द्वारा सदर अस्पताल को दी गई। गुरुवार की रात्रि जिले के लगभग सभी प्रखंडों से एकत्र किये गये 1836 लोगों का सैंपल जांच के लिये मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेजा गया था, जिसमें से 37 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें जिला मुख्यालय के 75 लोगों के जांच में छह पॉजिटिव, आलमनगर के 125 लोगो के जांच में एक पॉजिटिव, बिहारीगंज के 75 लोगों के जांच में पांच पॉजिटिव, चौसा में 52 लोगों के जांच में एक पॉजिटिव, गम्हरिया में 83 लोगों के जांच में पांच पॉजिटिव, ग्वालपाड़ा में 197 लोगों के जांच में एक पॉजिटिव, मुरलीगंज में 137 लोगों के जांच में चार पॉजिटिव, पुरैनी में 97 लोगों की जांच में पांच पॉजिटिव, शंकरपुर में 150 लोगों के जांच में एक पॉजिटिव, सिंहेश्वर में 185 लोगों के जांच में चार पॉजिटिव, उदाकिशुनगंज में 384 लोगों के जांच में चार पोजिटिव पाये गये हैं। सभी मरीजों को मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कर, इलाज जारी है। अब तक जिले में 1748 व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। राहत की बात है कि इनमें से 1267 व्यक्ति स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। वही अब 481 व्यक्ति एक्टिव केस में है।


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