मधेपुरा : लॉकडाउन में जारी है दुकानदारों की लापारवाही , शहर के चार दुकानों को किया गया सील

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : जिले में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिये जिला प्रशासन के तेवर सख्त हो चुके हैं। लगातार जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला समेत जिले के अन्य वरीय अधिकारियों के द्वारा बाजारों में गस्ती कर दुकानदारों एवं बाजारों में आवागमन करने वाले लोगों को निर्देश दिया जा रहा है। अधिकारियों ने दुकानदारों समेत जिले के लोगों को सख्त निर्देश दिया है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये लॉकडाउन के नियमों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। नियमों के साथ लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी। जिले में कुछ दुकानदारों द्वारा नियमों की अनदेखी करने को लेकर जिला प्रशासन ने कडा रुख अपनाते हुये उन पर कार्रवाई किया। बुधवार को सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी आर्य गौतम एवं सदर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह ने जिला मुख्यालय के चार दुकानों को सील कर दिया।

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 मौके पर सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी आर्य गौतम ने कहा कि लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने को लेकर जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला के निर्देश पर जिले के चार दुकानों को सील किया गया है। इन दुकानों में दो आलू प्याज की दुकान, एक ज्वेलर्स की दुकान एवं एक होटल की दुकान को शामिल है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है, आगे भी अगर किसी दुकानदार या अन्य लोगों के द्वारा लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन किया जाता है तो उन पर भी कार्रवाई की जायेगी।

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये तथा संक्रमण की रोकथाम के लिये जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, सदर अस्पताल प्रशासन तथा जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद है। जिले में लॉकडाउन के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला, पुलिस अधीक्षक संजय कुमार, सदर अनुमंडल पदाधिकारी वृंदा लाल, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वसी अहमद समेत सभी अधिकारी स्वयं लॉकडाउन के निर्देश का पालन कराने में जुटे हैं। राज्य सरकार द्वारा लागू किये गये लॉकडाउन के नौ वें दिन शुक्रवार को शहर में पुलिस प्रशासन की सख्ती का असर दिखा। लोग घरों से कम निकल रहे थे, जिन्हें आवश्यक कार्य है, वही सड़क पर निकल रहे हैं एवं उनसे भी सख्ती से पूछताछ की जा रही थी। मालूम हो कि कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिये राज्य सरकार द्वारा 16 जुलाई से 31 जुलाई तक लॉकडाउन लागू कर दिया गया है।

लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिये प्रसारित किये जा रहे हैं संदेश : लोगों के बीच लगातार जागरूकता फैलाने के लिये संदेश प्रसारित किये जा रहे हैं, साथ ही लोगों को लॉकडाउन का पालन करने की गुजारिश की जा रही थी। शहर के पूर्णिया गोला कर्पूरी चौक, कॉलेज चौक, थाना चौक एवं अन्य जगहों पर पुलिस की कड़ी निगरानी के साथ तैनात है। लोगों से घर से बाहर निकलने का कारण पूछा जा रहा था, दवाई एवं खाद्य सामग्री के अलावे किसी कारण से घर से निकलना पूरी तरह प्रतिबंधित है। सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार सिर्फ जरूरी कार्यों के लिये बाहर निकलने की अनुमति है। साथ ही एक जगह पर भीड़ इकट्ठा न करने की हिदायत दी गई है।  कोरोना को लेकर अधिकारी लोगों से बेवजह घर से ना निकलनें की हिदायत दे रहे है, साथ ही कोरोना से बचाव को लेकर जारी निर्देश को पालन, घरों में साफ सफाई रखने व सोशल डिस्टेंसिंग रखने की भी अपील लगातार कर रहें है।

दवाई का बहाना बनाकर बेवजह सड़क पर निकलते हैं लोग : जिले में रोजाना कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या को रोकने को लेकर जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक जुटा हुआ है,  सरकारें लोगों को सुरक्षित करने के लिये नये-नये हथकंडे अपना रहे हैं।  वहीं दूसरी ओर जिले में कुछ लोग बेवजह सड़कों पर घूमने निकल जा रहे हैं, लोगों का गैर जिम्मेदाराना व्यवहार कई लोगों के लिए परेशानियों का सबब बन सकता है। कई लोग बाहर निकलने के लिये मेडिकल जैसे इमरजेंसी का झूठा बहाना बनाकर बाहर सड़कों पर बेवजह घूमते रहते हैं। पुलिस पदाधिकारियों द्वारा पूछताछ करने पर कोई भी पुराना प्रिस्क्रिप्शन दिखाकर दवाई लेने का बहाना कर आगे निकल जाते हैं, कई बार पुलिस पदाधिकारियों द्वारा ऐसे लोगों को पकड़ा गया है, जो कोई भी पुराना मेडिसिन का पुर्जा लेकर दवाई खरीदने के बहाने सड़क पर घूम रहे हैं।  लोगों को बार-बार यह समझाया जा रहा है की लॉकडाउन, उनके सुरक्षा एवं बचाव के लिए हैं,लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो इन चीजों का पालन करने के बजाय उल्लंघन कर रहे हैं।

जिले में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या हुई 633 : 21 मार्च से 29 जुलाई तक सदर अस्पताल द्वारा लगभग नौ हजार छह सौ छह लोगों सैंपल की जांच की गई है। वही 21 मार्च से 29 जुलाई तक 10020 लोगों का थर्मल स्क्रीनिंग किया गया। मंगलवार को सदर अस्पताल द्वारा तीन सौ 16 लोगों का सैंपल जांच के लिये भेजा गया था, जसमें से 21 लोगों कि रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वहीं बुधवार को लगभग 50 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गयी है। जिले में अब तक छह सौ 33 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है, वहीं इनमें से तीन सौ 94 लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं, साथ ही दो सौ 51 लोग अभी इलाजरत है, जिसमें कुछ लोग जननायक करपुरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाजरत हैं तथा अन्य लोग राज्य के अन्य अस्पतालों के साथ-साथ होम कोरेंटीन में भी हैं।

 जिले में लगातार कोरोना संक्रमित व्यक्ति की संख्या बढ़ती जा रही है, समय रहते कोरोना महामारी को लोग गंभीरता से नहीं लेंगे तो जिले में यह महामारी भयानक रूप ले सकती है।  


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