नालंदा : शिक्षा विभाग के उदासीन रवैये के खिलाफ जारी अनिश्चितकालीन आमरण अनशन जिला शिक्षा पदाधिकारी के आश्वासन बाद समाप्त

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मुर्शीद आलम
नालंदा ब्यूरो
बिहार

नालंदा/बिहार : जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के अस्पताल चौराहा के समीप पीड़ित एवं शोषित शिक्षकों के द्वारा जिला शिक्षा विभाग के उदासीन रवैया के विरोध में विगत 11 जून से जारी अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शनिवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) से वार्ता होने के बाद तत्काल स्थगित कर दिया गया है ।

अनशन पूरे 52 घंटे चला, जिसमे 10 अनशनकारी के साथ नालंदा जिला के सैंकड़ो शिक्षक एवं शिक्षिकाएं ने शिक्षा विभाग के मनमाने रवैया के विरोध में भाग लिए। अनशन के स्थगन के समय शिक्षक नेता सुनीता सिन्हा, कुमार अमिताभ, प्रियरंजन भी अनशनकारियों के समर्थन में मौजूद थे।

जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार के द्वारा यह आश्वासन दिया गया कि 7 दिनों के अंदर सभी सही शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को दोषमुक्त करते हुए वेतन भुगतान किया जाएगा और पांच सदस्यीय कमिटी, जिसमे शिक्षक प्रतिनिधि होंगे, जो जिला शिक्षा पदाधिकारी के देख रेख में शिक्षकों का पक्ष सत्यापित करेंगे, इन्हीं दोनो शर्त के साथ अनशन को स्थगित किया गया।

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इस अवसर पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठे शिक्षकों ने कहा कि एक भी सही शिक्षक के वेतन भुगतान में अगर कोई समस्या आएगी तो फिर से बड़े पैमाने पर आमरण अनशन किया जाएगा। आज सभी पीड़ित एवं शोषित शिक्षकों ने निर्णय एवं शपथ लेकर अनशन को स्थगित किया। इस तरह शिक्षा विभाग के द्वारा अगर उचित कार्रवाई करते हुए सभी की लंबित वेतन भुगतान में किसी भी प्रकार की त्रुटि पाई जाने पर एक बार फिर पीड़ित एवं शोषित शिक्षकों के द्वारा बड़े पैमाने पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन का आगाज किया जाएगा । शिक्षा शक्ति सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग की किसी भी तरह की जांच में पीड़ित एवं शोषित शिक्षकों के द्वारा पूरी तरह सहायता की जाएगी जो भी दोषी शिक्षक होंगे उस पर आवश्यक कार्रवाई की जाए ।

मौके पर शक्ति कुमार, रंजीत कुमार, सरला कुमारी, राकेश कुमार दुबे, सविता कुमारी, शशि कला कुमारी, अरविंद कुमार, मोहम्मद अफजल हुसैन, लक्ष्मी कुमारी और राजू कुमार उपस्थित थे।


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