नालंदा : भाकपा माले कार्यालय में अखिल भारतीय प्रतिरोध दिवस मनाया गया

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मुर्शीद आलम
नालंदा ब्यूरो
बिहार

नालंदा/बिहार: जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के कमरुदीनगंज स्थित माले जिला कार्यालय में 22 मई 2020 को 10 श्रमिक संगठनों के अखिल भारतीय आह्वान पर प्रतिरोध दिवस मनाया गया। देश के भिन् -भिन्न जगहों में मारे गए मजदूरों को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।

 इस मौके पर ऐक्टू के राज्य उपाध्यक्ष मकसूदन शर्मा, सीटू के मो० तस्लीम उद्दीन, हरेन्द्र चौधरी, महेंद्र प्रसाद, मो० साजिद, इंटक के बचन सिंह  चंद्रवंशी, एटक  के मोहन प्रसाद, वित्तिय सलाहकार मंच के नरेंद्र कुमार नेताओं ने कहा कि करोना वायरस कोविड -19 के आड़ में सरकार सरकारी एवं सरकार द्वारा पोषित कम्पनियों को बेच रही है। 44 श्रम कानूनों को हटा कर 4 श्रम कोड कर दिया गया है। इसे कॉर्पोरेट घरांनो को लाभ मिलेगा, मजदूरों को नही। मजदूर मालिक के हाथों गुलाम हो जाएंगे,  काम के  8 घन्टे को 12 घन्टे का कार्यदिवस कर दिया गया है।

ठेला फुटपाथ भेंडर्स यूनियन के जिला महासचिव पाल बिहारीलाल, सचिव रामदेव चौधरी, अध्यक्ष किशोर साव, आइसा के जिला संयोजक जयन्त आनंद, माले के अनिल पटेल ने कहा कि क्वारन्टीन केंद्र में यातना का माहौल बना हुआ है । सरकारी दावे फेल साबित हो रहे है । प्रवासी मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। श्रम कानून रद्द किए जाने, 12 घन्टे कार्यदिवस के खिलाफ, बढ़ती छटनी – बेरोजगारी – भुखमरी के खिलाफ, राहत पैकेज के नाम पर प्राइवेटाइजेशन को बढ़ावा देना बंद करने, 12 घन्टे का कार्यदिवस और तीन साल के लिए श्रम कानूनों का निलंबन वापस लेने, मेहनतकश जनता के लिए सामाजिक, आर्थिक व स्वास्थ्य सुरक्षा अधिकार बहाल करना होगा। प्रवासी मजदूरों, निर्माण व असंगठित कामगारों तथा फुटपाथ  दुकानदारों , रिक्शा – ठेला – चालकों के प्रतिमाह 50 किलो आनाज देना होगा, लॉक डाउन अंतराल में 10 हजार रुपये अनुदान राशि देना होगा ।

इस कार्यक्रम में गिरजा देवी, बंगाली दास, जगदीश दास, श्रवण कुमार पंडित, प्रदीप दास , सुभाष शर्मा, रामप्रीत केवट, भीम आर्मी एवं पासी पावर के राज्य मुखिया रणजीत कुमार चौधरी शामिल थे।


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