दरभंगा/बिहार : “मोदी सरकार जवाब दो” नारे के साथ देशव्यापी आह्वान के तहत राहत पैकेज के नाम पर धोखा देने, प्रवासी मज़दूरों की सुरक्षा में विफल रहने, क्वारन्टाइन सेंटर के नाम पर यातनागृह चलाने के खिलाफ इंसाफ मंच के दरभंगा जिला कमिटी के बैनर तले इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद ने उर्दू मोहल्ला में लॉकडॉउन का पालन करते हुये अपने घर में ही धरना पर बैठे।
इस मौके पर नेयाज अहमद ने कहा कि वित्त मंत्री के जरिये जो लॉकडॉउन का राहत पैकेज की घोषणा हुई उसमें गरीबों मज़दूरों को लॉकडॉउन गुजारा भत्ता के रूप में 10 हजार रुपये देने की जरूरत को नजरअंदाज किया गया हैं। प्रवासी मज़दूरों की आ रही दर्दनाक खबरों पर चुप्पी व कोई विशेष पैकेज का अभाव, कर्ज देने के बजाय किसानों के तमाम कर्ज माफ करने, अगली फसल के लिए किसानों को 10 हजार प्रति एकड़ सहायता राशि देने आदि मांग इस राहत पैकेज में कहीं नहीं हैं।
कुल मिलाकर मोदी सरकार का राहत पैकेज लोगों को धोखा देने के अलावा कुछ नहीं हैं। उन्होंने कहा कि क्वारन्टाइन सेन्टर बुनियादी सुविधाओं के अभाव में मज़दूरों के लिए यातनागृह साबित हो रहा हैं।