मधेपुरा : जिला प्रशासन से नजर बचा कर बिना जांच पड़ताल के लोग पहुंच रहे हैं घर

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मो० नियाज अहमद
ब्यूरो, मधेपुरा

मधेपुरा/बिहार : जनता कर्फ्यू, लॉक डाउन, लॉक डाउन 2.0 समेत लॉक डाउन 3.0 के 55 दिन बीत चुके हैं। साथ ही केंद्र सरकार के द्वारा लॉक डाउन 4.0 की भी घोषणा लगभग कर दी गई है। वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के कहर से पूरी दूनिया त्राहिमाम कर रही है। संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

 इससे बचाव के लिए देश भर में केंद्र सरकार राज सरकार एवं जिला प्रशासन के द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिला प्रशासन भी सोशल डिस्टेंस को लेकर कटिबद्ध है। लेकिन जिले के लोगों में इसके प्रति पूरी तरह से जागरूक नहीं हैं।

नुक्कड़ पर युवकों का लग रहा है मजमा :

सड़कों पर तो प्रशासन के भय दिखता है। लेकिन गलियों में युवकों एवं बच्चों की धूम मची रहती है। कहीं बच्चों एवं युवकों की टोली गलियों में क्रिकेट खेल रह है, तो कहीं नुक्कड़ पर युवकों का मजमा लग रहा है। कई स्थानों पर एक साथ बैठे आठ-दस लोग गप्पे भी मारते दिख जा रहे हैं। हालांकि पुलिस के द्वारा गस्ती टीम के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस से सावधान करते हुए लॉक डाउन का पालन करने की हिदायत दी जा रही है। बावजूद लोग समझ नहीं रहे हैं।

जहां-तहां रास्ते में उतरकर बिना जांच कराएं चले जाते हैं घर :

लॉक डाउन के बीच सरकार द्वारा अन्य राज्यों से मजदूरों एवं छात्रों को बिहार लाया जा रहा है। लगभग प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में बाहर के राज्यों से मजदूरों एवं छात्रों के आने का सिलसिला जारी है।  हर दिन बस एवं ट्रेन सहित अन्य निजी वाहनों से लोग अपने घर वापस आ रहे हैं। जितने लोगों की जानकारी अधिकारी स्तर से प्रशासन को होती है, उसे तो संबंधित प्रखंड के कोरेन्टीन सेंटर में भेज दिया जाता है। लेकिन ऐसे भी लोग हैं जो मालवाहक वाहन, ट्रक, कंटेनर से चोरी-छुपे घर आ रहे हैं एवं जहां-तहां रास्ते में उतरकर बिना जांच कराएं अपने घर चले जाते हैं। ट्रक एवं कंटेनर से आने वाले लोगों कि ना तो कोई सूचना होती है एवं ना ही कोई जांच हो पाता है।

वाहनों को रोककर नहीं की जा रही है जांच :

रास्तों में ऐसे वाहनों को रोककर जांच भी नहीं की जा रही है और ना ही किसी चेक पोस्ट पर ट्रक एवं कंटेनर की जांच पड़ताल की जा रही है। जिस कारण लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण का भय सता रहा है। लोगों ने कहा कि ट्रक एवं कंटेनर से आने वाले लोगों की संख्या दिन में तो कम रहती है लेकिन रात के अंधेरे में ऐसे लोग सड़कों पर ज्यादा दिखते हैं। पुलिस प्रशासन के डर से सुनसान क्षेत्र में जाकर वाहन चालक ऐसे लोगों को उतार कर चला जाता है।

शुक्रवार को भी सुबह लगभग 10 बजे पूर्वी बाईपास रोड में कंटेनर से दर्जनों मजदूर उतरे और बिना जांच कराए अपने घर की ओर चल दिए। ऐसा लग रहा कि करोना वायरस का बड़ा खतरा अब मधेपुरा में भी दस्तक दे रहा है।


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