नालंदा : नोबेल करोना वायरस से संक्रमित एक भी व्यक्ति की पहचान नहीं, बचाओ ही इसका सबसे बेहतर इलाज-सिविल सर्जन

Spread the news

मुर्शीद आलम
नालंदा ब्यूरो
बिहार

नालंदा/बिहार: जिले में कई देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला हुआ है। बाहर से आने वाले लोगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है। इस वायरस के रोकथाम व बचाव के लिए जन जागरूकता फैलाने की समय की मांग है और उसे पूरी जागरूकता के साथ प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए।

उक्त बातें आज सिविल सर्जन डॉ राम सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि नोबेल करोना वायरस(COVID-19) से होने संक्रमण मानव जीवन के लिए काफी खतरनाक है, सिविल सर्जन ने दावे के साथ कहा है कि अभी तक नालंदा में कोरोना से संक्रमित एक भी व्यक्ति की पहचान नहीं हुई है। फिलहाल नालंदा में 38 वैसे लोगों की जांच की गई है जो दूसरे देश से अपने घर नालंदा लौटे थे। उन में भी कोरोना वायरस पॉजिटिव नहीं पाया गया। इसी तरह संदिग्ध 6 लोगों का सैंपल जांच के लिए बाहर भेजा गया था, जिसमें 5 की जांच रिपोर्ट आ गई है और संक्रमित नहीं पाया गया है, सिर्फ एक व्यक्ति की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है, लेकिन उसमें भी इस तरह का कोई लक्षण नहीं पाए जाने का अनुमान है।

उन्होंने बताया कि नालंदा के जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह के निर्देश पर जिले के सभी पीएचसी केंद्रों पर ब्लीचिंग पाउडर भेजा जाएगा और प्रखंड विकास पदाधिकारी व मुखिया के सहयोग से सभी क्षेत्रों में छिड़काव किया जाएगा। सिविल सर्जन ने आम जनों से अपील की कि इस कोरोना वायरस को लेकर पूरी तरह सावधानी और सतर्कता बरतें हर एक दूसरे आदमी से 1 मीटर की दूरी बनाए रखें, 1 किलो ब्लीचिंग पाउडर में 30 लीटर पानी मिलाकर इसका घोल बना ले और घर के सभी जगहों पर इसका छिड़काव करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी के साथ परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है, सदर अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था को दुरुस्त बताया। उन्होंने सबसे ज्यादा जोर लॉक डाउन के दौरान घरों से बाहर ना निकलने पर दिया। उन्होंने कहा कि जितनी दूरियां होगी हम उतने ही इस बीमारी के वायरस से बच सकते हैं। नाक बहना, बुखार, जुकाम, खांसी की तकलीफ सिर में दर्द होने के बाद दो-तीन दिन में अगर निमोनिया हो जाता है तो ऐसे व्यक्ति को फौरन जांच करवाएं।

उन्होंने कहा कोई भी संदिग्ध व्यक्ति से हांथ आप बिल्कुल नहीं मिलाए।आंख, कान, मुंह को ना छुए, इस तरह के बहुत सारी बातों के हिदायत के लिए बताया। उन्होंने सबसे अहम बात यह बताया कि लक्षणों में नाक से पानी बहना गले में खराश, खांसी, सिरदर्द, बुखार इत्यादि प्रमुख हैं, ऐसे व्यक्ति फौरन स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचकर तुरंत अपनी जांच कराएं।


Spread the news