मधेपुरा/बिहार : राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने बिहार के मुख्यमंत्री पर लोगों को गुमराह करने और सिर्फ प्रवचन देने का आरोप लगाया । रालोसपा बिहार सरकार के छात्र एवं युवा विरोधी रवैए के खिलाफ जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर 24 जनवरी को बिहार भर में सरकारी विद्यालयों के बाहर मानव कतार लगाकर शिक्षा एवं रोजगार के सवाल को गांव, शहर, गली, सड़क, चौक चौराहा आदि पर चलने वाली चर्चा परिचर्चा का मुख्य विषय बनाना चाहती है । ताकि आगामी चुनाव का मुख्य मुद्दा बन पाए ।
उक्त बातें सोमवार को जिला प्रभारी सह राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रदेश महासचिव सुभाष कुमार सिंह ने जिला मुख्यालय स्थित रालोसपा के नगर सचिव मोनू सिंह के आवास पर प्रेस वार्ता के दौरान कही । उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री बनने से पहले जो वचन बिहार के आम आवाम के लिए दिया था, मुख्यमंत्री बनने के बाद वह अपने वचन को निभाने में पूरी तरह नाकाम रहे । मुख्यमंत्री बनने से पहले नीतीश कुमार ने बिहार की जनता को बच्चों के शिक्षा, गरीबों के लिए स्वास्थ्य, नौजवानों के लिए रोजगार एवं सुशासन के साथ-साथ बिहार में बहार का दावा किया था, लेकिन उन्होंने ना वचन निभाया और ना ही वादा निभाया है । बिहार आज बदहाल है और नीतीश कुमार हर मोर्चे पर नाकाम साबित हुए हैं ।
उन्होंनेेे कहा कि नीतीश कुमार जनता को अपने कार्यों का रिपोर्ट कार्ड देने की बजाय गांव गांव घूम-घूम कर प्रवचन दे रहे हैं की आम जनता को क्या करना चाहिए. लेकिन शिक्षा और रोजगार जैसे मूल मुद्दों पर वह कोई भी बात नहीं कर रहे हैं । रालोसपा नीतीश कुमार के युवा-छात्र विरोधी रवैए के खिलाफ मानव कतार बनाकर बिहार के लोगों को जागरूक करेगी । बिहार में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है । नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद सरकारी विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था और चौपट हुई है । यू डाइस की रिपोर्ट के अनुसार अभी विद्यालयों में सुविधाओं का घोर अभाव है । बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद खाली है । सुविधाओं की कमी की वजह से बच्चे टीक नहीं पा रहे हैं । शिक्षकों के पास पढ़ाने के अलावा अन्य कई काम हैं । उच्च विद्यालय एवं प्लस टू विद्यालय में गणित एवं विज्ञान शिक्षकों के नियुक्ति की रणनीति 2015 में बनी लेकिन ठोस प्रयास नहीं हुए । बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा जरूरी है लेकिन सरकार ऐसा करने में पूरी तरह नाकाम रही है । जाहिर है कि इन सरकारी विद्यालयों में गरीबों, पिछड़ों, दलितों, वंचितों के बच्चे पढ़ते हैं और उन्हें बेहतर शिक्षा सरकारी उपेक्षा की वजह से नहीं मिल पा रही है ।
वही मौके पर उपस्थित जिला अध्यक्ष रविशंकर कुमार उर्फ पिंटू मेहता ने कहा कि बिहार में पिछले 15 सालों में रोजगार की समस्या भी बढ़ी है और कई संस्थाओं की रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया गया है कि राज्य में पिछले 15 सालों में रोजगार के लिए पलायन में 25 फीसद का इजाफा हुआ है । राज्य में कल कारखाने नहीं लग रहे हैं, मजदूरी मिल नहीं पा रही है तो दूसरे राज्यों में कमाने खाने के लिए गरीब घरों के युवाओं का जाना जारी है । बिहार की यह भयावह तस्वीर हमें और आपको विचलित करती है । राष्ट्रीय लोक समता पार्टी पिछले कई सालों से शिक्षा के सवाल पर आंदोलन करती रही है । शिक्षा और रोजगार के मामले में राज्य सरकार सिर्फ घोषणाओं पर यकीन रखती है । शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने और गरीबों, दलितों, पिछड़ों एवं वंचितों को बेहतर शिक्षा देने में उनकी रुचि नहीं है । राज्य की स्थिति को मद्देनजर शिक्षा एवं रोजगार के सवाल पर उस पर रालोसपा ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती 24 जनवरी के मौके पर मानव का तार लगाने का फैसला किया है ।
राज्य के सभी स्कूलों के सामने सुबह 11:30 बजे से 12 बजे तक हमने मानव कतार लगाने का कार्यक्रम बनाया है, ताकि हम लोगों को बता सके कि यह सरकार गरीब, पिछड़े, दलित एवं वंचितों को ना तो बेहतर शिक्षा दिलाने में दिलचस्पी रखती है और ना ही रोजगार के सृजन को लेकर गंभीर है । आम जनता से अपील है कि 24 जनवरी को अपने पास के विद्यालय पर मानव कतार में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हो ।
मौके पर प्रदेश महासचिव व विशिष्ट अतिथि मृत्युंजय कुमार मेहता, प्रदेश संगठन सचिव मो इफ्तेखार आलम गुड्डू, जिला युवा अध्यक्ष अभिषेक कुशवाहा, नगर अध्यक्ष संदीप प्रकाश, नगर सचिव मोनू सिंह, जिला युवा उपाध्यक्ष रामकिशोर यादव उर्फ गोपी पंडित, छात्र नेता अभिनव आनंद सहित अन्य लोग मौजूद थे ।