मधेपुरा/बिहार : वाम छात्र संगठन ए आई एस एफ ने सरकार द्वारा रविवार को लगाए गए मानव श्रृंखला को अर्थहीन बताते हुए इससे किनारा किया। संगठन के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसे बेबुनियाद और अर्थहीन बताया। उन्होंने कहा कि जिस राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यवस्था, रोजगार के हालात लचर हों वहां की सरकार के द्वारा इसे सुधारने के बजाय मानव श्रृंखला लगाना हास्यास्पद प्रतीत होता है।
वाम छात्र नेता राठौर ने कहा कि प्रशासन ने लगातार बीते माह से जितनी चपलता इसके सफलता को लेकर दिखाई उसका अंश मात्र भी शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए दिखाती तो आलम कुछ और होता । शिक्षकों के वेतन के लिए सरकार के पास पैसा नहीं होता और मानव श्रृंखला के नाम पर बड़ी राशि का वारा न्यारा होना सरकार की मंशा को दर्शाता है। ए आई एस एफ, शिक्षक संगठन सहित कई अन्य संगठनों के द्वारा मानव श्रृंखला का बहिष्कार करना सरकार को करारा जवाब है।
रोष व्यक्त करते हुए यह उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने मानव श्रृंखला को मजाक बना कर रख दिया है, जब चाहा मानव श्रृंखला की घोषणा कर दी। अगर शिक्षा व्यवस्था को सुधारने को लेकर ईमानदार पहल हो तो ऐसे चीज़ों की जरूरत ही नहीं रहेगी क्योंकि शिक्षा सभी समस्याओं का निदान देती है, शिक्षित इंसान को समाज, राष्ट्र और खुद के भविष्य की चिंता और अपनी भूमिका का ज्ञान रहेगा। छात्र नेता राठौर ने कहा कि अब भी सरकार सजग नहीं हुई तो इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।