सुपौल : मानव श्रृंखला को लेकर त्रिवेणीगंज में किसान चेतना कार्यक्रम का आयोजन

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त्रिवेणीगंज से प्रशांत कुमार की रिपोर्ट:-

त्रिवेणीगंज/सुपौल/बिहार : कृषि विभाग के सौजन्य से त्रिवेणीगंज प्रखंड अन्तर्गत पंचायत भवन कोरियापट्टी पश्चिम में मंगलवार को मुखिया जगदीश प्रसाद यादव की अध्यक्षता में जल-जीवन-हरियाली, दहेज प्रथा, बाल-विवाह, नशा मुक्ति और मानव श्रृंखला को लेकर किसान चेतना कार्यक्रम आयोजित की गई।

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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी प्रवीण कुमार झा ने कहा कि गाँव की हरियाली और किसान परिवार की खुशहाली के  बिना राष्ट्र संपन्न नही हो सकता। प्रकृति का चक्र पूरी तरह से पानी पर निर्भर करता है। प्रत्येक जीवित प्राणी चाहे वे मानव हो या पशु या पौधा ही क्यों न हो  सभी को जीवित रहने के लिए पानी की जरुरत होती है। जल एक कीमती संसाधन है इसे व्यर्थ में बर्वाद नहीं करना चाहिए। डी.ए.ओ. ने कहा कि प्रकृति का सर्वश्रेष्ठ उपहार वन है। पर्यावरण के संरक्षण और ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए वृक्षारोपण आवश्यक है। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील करते हुए कहा कि 19 जनवरी को आयोजित मानव श्रृंखला में भाग लेकर देश-दुनियां में बिहारवासी अपना अमिट छाप छोड़ने का संकल्प लें।

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किसान चेतना कार्यक्रम का संचालन करते हुए बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमन कुमार ने कहा कि पानी बचाओ-जीवन बचाओ मूल मंत्र को आत्मसात करने की जरुरत है। मनुष्य की तरह पेड़-पौधों को भी जल की आवश्यकता होती है। मनुष्य को जीवित रहने के लिए पेड़-पौधे का जीवित रहना बहुत आवश्यक है। बिना पानी के सभी पेड़-पौधे सुख जाऐगे और कोई फसल नहीं होगी। जिससे भोजन के लाले पड़ जाऐगे। मनुष्य अपने जीवन में दूसरी चीजों के बिना रह सकता है परन्तु ऑक्सीजन, पानी और खाना के बिना नहीं रह सकता है। कहा कि जल ईश्वर द्वारा दिया गया सभी जीवधारी के लिए उपहार है। इसीलिए पानी की बचत आज की जरुरत है। जल जीवन का आधार है। जीवन और दुनियां को बचाने के लिए पानी संरक्षण अतिआवश्यक है। मानव सचेत नहीं हुए तो भविष्य में तृतीय विश्व युद्ध पानी को लेकर के होगी। जल है तो जीवन है। सुपौल जिला को नंबर 01 बनाने के साथ-साथ विश्व रिकार्ड व लिम्का में बिहार का नाम दर्ज कराने के लिए 19 जनवरी को निर्धारित मार्ग पर एक-दुसरे का हाथ पकड़कर मानव श्रृंखला को पूर्ण सफल बनावे।

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प्रखंड तकनिकी प्रबंधक पंकज कुमार ने कहा कि पर्यावरण प्रकृति का एक सुदर्शन कवच है। प्यास लगने पर जब पानी नहीं मिलता है तो बड़ी बेचैनी अनुभव होती है। इससे ही जल के महत्व को समझा जा सकता है। कृषि समन्वयक सुमन कुमारी ने कहा कि पानी की कमी के कारण दुनियां में सूखे, पर्यावरण प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग जैसे कई प्राकृतिक संकट पैदा हो रही है फिर भी अधिकतर लोग पानी की बचत के महत्व को नहीं समझ पाते हैं। यह काफी चिंता का विषय है।

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 किसान  चेतना कार्यक्रम में सरपंच कपिलदेव यादव, पैक्स अध्यक्ष जयप्रकाश यादव, उप प्रमुख गुलाब चंद यादव, रामानंद यादव, अनमोल यादव, गिरधारी यादव, राजीव कुमार, विमल यादव, अमरेन्द्र यादव, उपेन्द्र यादव, सीताराम यादव, बसंत कुमार यादव, देवनारायण यादव, अशोक साह, धनराज मेहता, ललन यादव, भूपेन्द्र यादव, संतोष मुखिया, चंद्रकिशोर यादव, शिव नारायण पोद्दार, अनमोल यादव, पवन यादव, बेबी कुमारी, बिंदा देवी, मीरा देवी, मो. इब्राहीम, शम्भू यादव, फुलेन्द्र यादव, सिकन्दर यादव,सुखनंदन यादव, सिकेन्द्र यादव, सज्जन यादव, राजेश कुमार, प्रकाश साह, आदि उपस्थित थे।


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