मधेपुरा : देश को बांटने वाला है सीएए एवं एनआरसी – उपेंद्र कुशवाहा

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित कॉलेज चौक पर समझो समझाओ देश बचाओ जागरूकता यात्रा के तहत नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। इस नुक्कड़ सभा को रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने संबोधित किया।

नुक्कड़ सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने सीएए एवं एनआरसी को लेकर कहा कि किसी भी मुद्दे पर हम तभी अपना समर्थन या विरोध करें जब उस विषय को हम पूरी तरह समझ लें। जब तक हम किसी विषय को पूरी तरह नहीं समझे हुए हैं तब तक उस पर अपना समर्थन या विरोध करना बेईमानी होगी। आज भी अधिकांश लोग सीएए एवं एनआरसी के बारे में नहीं जानते हैं। उन्होंने कहा कि कभी वामदलों ने आवाहन किया तो बिहार बंद हो गया। कभी राजद वालों ने आवाहन किया तो बिहार बंद कर दिया गया, कभी भाजपा वालों ने समर्थन के लिए आवाहन किया तो लोग समर्थन के लिए सड़क पर उतर गए।

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देश को बांटने वाला है सीएए एवं एनआरसी : राष्ट्रीय लोक समता पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने उपस्थित लोगों से कहा कि पक्ष के लोग हैं या विपक्ष के लोग, सभी को विषय के बारे में समझना जरूरी है। विषय के बारे में समझने के बाद हम उचित निर्णय ले सकते हैं कि पक्ष में रहे कि विपक्ष में रहे। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इसी विषय को लेकर हम समझो समझाओ देश बचाओ जागरूकता यात्रा को लेकर पूरे बिहार में भ्रमण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि चंपारण से समझो, समझाओ देश बचाओ यात्रा की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि सीएए एवं एनआरसी देश को बांटने वाला है। ज्यादातर लोगों को इसकी सही जानकारी नहीं है। इससे सर्वाधिक नुकसान नौजवानों एवं गरीबों को होगा. शांतिपूर्ण तरीके से सीएए व एनआरसी का विरोध करना मकसद है।

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जान बूझकर देश में आग लगाने की हो रही है कोशिश : उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में निकलना पड़ा है। कुछ लोग जान बूझकर देश में आग लगाने की कोशिश में हैं। हम आग बुझाने निकले हैं। समझ-बूझ कर ही सीएए एवं एनआरसी का समर्थन या विरोध करना चाहिए। बिना समझे इसके समर्थन से नुकसान होगा। देश में पहले से ही संसाधन का अभाव है, बेरोजगार युवकों की फौज खड़ी है, जब बड़ी संख्या में बाहर से लोग आएंगे तो हम नौकरी कहां से पाएंगे, यह दो धर्मों का मामला नहीं है, हमारे संसाधनों में बाहर से आए लोगों की भी हिस्सेदारी होगी। उन्होंने कहा कि गरीब तबके के लोग जिनके पास अपनी जमीन नहीं है, घर नहीं है, पढ़े-लिखे नहीं हैं वे कागजात कहां से लाएंगे, यह कानून गरीब विरोधी है। रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि एनआरसी और एनपीआर में कोई फर्क नहीं है। एनआरसी लागू करने की दिशा में एनपीआर पहला कदम है। एनआरसी और एनपीआर मामले में केंद्र सरकार लोगों को भ्रमित कर रही है। वे केंद्र सरकार और भाजपा की नीयत से लोगों को अवगत कराएंगे।

सरकार लाखों विदेशियों को देश में देना चाहती है नागरिकता : रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सरकार सीएए एवं एनआरसी पर देश को भ्रमित कर रही है। मोदी सरकार में देश की अर्थव्यवस्था लगातार गिर रही है. महंगाई और बेरोजगारी बढ़ रही है। शिक्षा व्यवस्था सबसे निचले स्तर पर चली गई है। देश को मंदी के मुंह में ढकेल जा रहा है। इन मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सीएए एवं एनआरसी को देश में लागू किया गया है। साथ ही सीएए एवं एनआरसी के माध्यम से लाखों विदेशियों को देश में नागरिकता देना चाहती है। ऐसा होने से युवाओं में बेरोजगारी बढ़ेगी। इसका खामियाजा दलित, महादलित, पिछड़े, अति पिछड़े के साथ-साथ अल्पसंख्यकों को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून और एआरसी हिन्दू बनाम मुस्लिम नहीं है, बल्कि पिछड़ा, अतिपिछड़ा और गरीब दलित किसान बीजेपी के निशाने पर हैं और ग़लत नीतियों के वजह से देश में बवाल मचा हुआ है।

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 मौके पर पूर्व विधायक परमेश्वर प्रसाद निराला, रालोसपा जिलाध्यक्ष रविशंकर कुमार उर्फ पिंटू मेहता, प्रदेश संगठन सचिव मो इफ्तेखार आलम गुड्डू, युवा जिलाध्यक्ष प्रो अभिषेक कुशवाहा, नगर अध्यक्ष संदीप प्रकाश, अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष इश्तियाक आलम, महिला जिलाध्यक्ष गुलाब देवी, छात्र जिलाध्यक्ष अभिषेक यादव, लोजद जिलाध्यक्ष राजेंद्र यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष सियाराम कुशवाहा, राजद प्रदेश महासचिव विजेंद्र यादव, छात्र राजद जिलाध्यक्ष सोनू यादव, छात्र राजद विश्वविद्यालय अध्यक्ष ईशा असलम, नगर सचिव मोनू सिंह एवं उज्जवल यादव, रालोसपा प्रदेश महासचिव मृत्युंजय मेहता समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।


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