मधेपुरा/बिहार : राज्यपाल सह कुलाधिपति की स्वीकृति उपरांत भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय का तृतीय दीक्षांत समारोह 17 दिसंबर 2019 को सुनिश्चित है। इसके आलोक में 12 से 14 दिसंबर तक प्रस्तावित 42 वां अधिवेशन दर्शन परिषद् बिहार के आयोजन की तिथि परिवर्तित करने का निर्णय लिया गया है। अधिवेशन की नई तिथि शीघ्र ही निर्धारित की जाएगी।
यह जानकारी कुलसचिव डा कपिलदेव प्रसाद एवं आयोजन सचिव सह जनसंपर्क पदाधिकारी डा सुधांशु शेखर ने दी। कुलसचिव ने बताया कि अधिवेशन के अवसर पर एक स्मारिका का प्रकाशन किया जा रहा है। इसके लिए शोध-आलेख की अंतिम तिथि पांच दिसंबर तक निर्धारित थी। लेकिन तिथि परिवर्तित होने के कारण 23 दिसंबर तक शोध-आलेख पेजमेकर या वर्ड फाइल में टाइप कराकर sudhan.ph@gmail.com पर भेजा जा सकता है।
आयोजन के लिए प्रतिबद्ध है विश्वविद्यालय : जनसंपर्क पदाधिकारी ने आशा व्यक्त की है कि कार्यक्रम में शामिल होने को इच्छुक सभी शिक्षक एवं शोधार्थी विश्वविद्यालय की प्रशासनिक कठिनाइयों और आयोजन सचिव की व्यक्तिगत मजबूरियों को समझेंगे और हमारे प्रति पूर्ववत आशीर्वाद एवं प्रेम बनाए रखेंगे। उन्होंने विश्वास दिलाया है कि आयोजन समिति अधिवेशन के सफल आयोजन और सभी प्रतिभागियों के शानदार आतिथ्य के लिए प्रतिबद्ध एवं तत्पर है।
भाग लेंगे तीन सौ विद्वान : मालूम हो कि बीएनएमयू में पहली बार दर्शन परिषद्, बिहार का राष्ट्रीय अधिवेशन होने जा रहा है। इसमें देश के कई प्रमुख दार्शनिक एवं विद्वानों के शिरकत करने की संभावना है। सभी मिलकर अधिवेशन के मुख्य विषय शिक्षा, समाज एवं संस्कृति पर मंथन करेंगे। इसमें नई दिल्ली, वर्धा, जोधपुर, सागर, इलाहाबाद, गोरखपुर, लखनऊ, रांची, पटना, भागलपुर आदि से लगभग तीन सौ विद्वानों के भाग लेने की संभावना है।
शुभकामना संदेश के लिए कुलपति ने लिखा है पत्र : बीएनएमयू कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय ने बताया कि अधिवेशन को यादगार बनाया जाएगा।इस अवसर पर एक स्मारिका भी प्रकाशित की जाएगी। उसमें शुभकामना संदेश के लिए राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णानंदन प्रसाद वर्मा, उर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव सहित कई गणमान्य राजनेताओं एवं विद्वानों को पत्र लिखा गया है।