BNMUमधेपुरा : तीन दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे छात्र को मिली उत्तर पुस्तिका, खत्म हुआ अनशन, कुलपति ने पिलाया जूस

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में बीएड द्वितीय वर्ष सत्र 2017 – 19 का अनुत्तीर्ण छात्र ब्रजनंदन कुमार का उत्तर पुस्तिका उपलब्ध नहीं करने को लेकर एवं विवि से न्याय नहीं मिलने के कारण विवि परिसर में तीन दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे ब्रजनंदन कुमार की हालत शुक्रवार को काफी बिगड़ गयी। दो दिनों तक विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा उनका कोई सुध नहीं लिया गया।

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तीसरे दिन हालात बिगड़ने पर एनएसयूआई, एआईएसएफ, एआईवायएफ, छात्र राजद, छात्र जाप सहित अन्य संगठनों ने ब्रजनंदन कुमार को अपना समर्थन दिया। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा ब्रजनंदन कि समस्या पर कोई पहल नहींं होता देख छात्रों द्वारा विवि प्रशासन एवं कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके बाद डा कपिलदेव प्रसाद, परीक्षा नियंत्रक डा नवीन कुमार, डीएसडब्ल्यू डा शिवमुन्नी यादव, परिसंपदा पदाधिकारी बीपी यादव सहित विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी धरना स्थल पर पहुंच कर छात्रोंं से वार्ता किया तथा दो घंटे के अंदर उत्तपुस्तिका का छायाप्रति उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।

विवि प्रशासन तथा कुलपति के विरोध में हुई जमकर नारेबाजी: शुक्रवार कि सुबह ब्रजनंदन की हालत काफी नाजुक हो गई। जिसके बाद वहां उपस्थित छात्र प्रतिनिधियों ने सदर अस्पताल को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने के उपरांत सदर अस्पताल कि डॉक्टर सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी अनशन स्थल पर पहुंचकर अनशनकारी बृजनंदन का इलाज शुरू कर दिया, जिसके बाद भी ब्रजनंदन की हालात में सुधार नहीं होता देख तथा विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दिए गए आश्वासन के दो घंटे के अंदर छात्र का उत्तपुस्तिका उपलब्ध नहीं कराने पर छात्र नेता आक्रोशित होकर विश्वविद्यालय में जमकर प्रदर्शन किया। सभी छात्र नेता विश्वविद्यालय के सभी कार्यालयों में जाकर विश्वविद्यालय प्रशासन तथा कुलपति के विरोध में जमकर नारेबाजी की। विभिन्न छात्र संगठन के कार्यकर्ता उग्र हो गए और नारेबाजी करते हुए परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय पहुंच गए। उस समय परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में मौजूद नहीं थे. इसके बाद सभी कार्यकर्ता कुलपति कार्यालय जाना चाहा, जहां पहले से मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने गेट को बंद कर दिया। सुरक्षा कर्मियों के साथ कार्यकर्ताओं ने काफी नोंक झोंक भी किया।

विवि द्वारा गुमराह एवं शोषण करना आम बात : छात्र नेताओं ने कहा कि विवि के तानाशाही व निष्क्रिय रवैया से मेधावी छात्रों का भविष्य दांव पर लग ना कोई नई बात नहीं है। विवि में महीनों तक मेधावी छात्रों का चक्कर लगाना छात्रों को विवि प्रशासन द्वारा गुमराह एवं शोषण करना आम बात बन गई है। उन्होंने कहा कि ब्रजनंदन सत्र 2017 – 19 बीएड परीक्षा में परीक्षा परिणाम आने पर उनको 32 अंक प्राप्त हुआ, जबकि उत्तीर्ण होने के लिए 36 अंक चाहिए था। चार अंक कम लाने के कारण उनको अनुत्तीर्ण कर दिया गया और विवि से उत्तर पुस्तिका गायब कर दिया गया। उन्होंने आरटीआई के माध्यम से भी उत्तर पुस्तिका का मांग किया, लेकिन समय बीत जाने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा काफी उपलब्ध नहीं कराया गया। लगातार पांच महीने तक विश्वविद्यालय का चक्कर लगाने के बाद भी विश्वविद्यालय द्वारा कोई सकारात्मक पहल नहीं किया गया।

इस दौरान कुलसचिव डॉ. कपिलदेव प्रसाद व परिसंपदा पदाधिकारी बीपी यादव से भी छात्र नेताओं की काफी नोंक-झोंक हुईं। मामला को बढ़ता देख विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा पुलिस प्रशासन को सूचना दी गई, जिसके बाद सदर अंचलाधिकारी वीरेंद्र झा, सदर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार, कमांडो हेड विपिन कुमार सहित अन्य पुलिस बल एवं कमांडो विश्वविद्यालय पहुंचकर छात्रों से वार्ता कर मामला शांत कराने की कोशिश की, लेकिन छात्र नेताओं ने कहा कि जब तक ब्रजनंदन को उत्तर पुस्तिका नहीं दी जाती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

मिली उत्तर पुस्तिका, खत्म हुआ अनशन, कुलपति ने पिलाया जूस : छात्रों के प्रदर्शन को देख विश्वविद्यालय प्रशासन के कई अधिकारी ब्रजनंदन की उत्तर पुस्तिका की खोजबीन में लग गए। इधर मधेपुरा महाविद्यालय मधेपुरा के प्राचार्य डा अशोक कुमार, टीपी कॉलेज के प्राचार्य डा केपी यादव, सीनेट सदस्य रंजन यादव, विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष कुमार गौतम अनशनकारी से मिलकर वार्ता किया। साथ ही छात्रों द्वारा आंदोलन तथा उत्तर पुस्तिका की खोजबीन के दौरान उत्तर पुस्तिका की छाया प्रति निकालने के लिए लगने वाली राशि का भी चालान कटवाया गया। घंटों खोजबीन के बाद लगभग तीन बजे विश्वविद्यालय प्रशासन को उत्तर पुस्तिका मिली।  जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के समक्ष छात्रों से वार्ता किया गया।

वार्ता के दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लिखित आश्वासन दिया गया कि शनिवार को विश्वविद्यालय द्वारा गठित चार सदस्य कमेटी के बीच ब्रजनंदन के उत्तर पुस्तिका की जांच की जाएगी। समिति के द्वारा जो निर्णय लिया जाएगा, वह शनिवार की शाम तक जारी कर दिया जाएगा। आश्वासन मिलने के बाद छात्र शांत हुए तथा अनशन स्थल पर पहुंचकर कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय, प्रति कुलपति प्रो डा फारूक अली, डा कपिलदेव प्रसाद, परीक्षा नियंत्रक डा नवीन कुमार, डीएसडब्ल्यू डा शिवमुन्नी यादव, परिसंपदा पदाधिकारी बीपी यादव ने ब्रजनंदन को जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया। वहीँ बृजनंदन की स्थिति नाजुक देख उसे सदर अस्पताल ले जाया गया।

मौके पर एआईवायएफ जिला सचिव शंभू क्रांति, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव, छात्र राजद जिलाध्यक्ष सोनू यादव, एआईएसएफ जिलाध्यक्ष मो वसीमुद्दीन उर्फ नन्हे, छात्र जाप विश्वविद्यालय अध्यक्ष अमन कुमार रितेश, श्याम कुमार, मेघा कुमारी, ब्यूटी कुमारी, राकेश कुमार सहित काफी संख्या में छात्र मौजूद थे।

छात्र ने नहीं कटवाया था चालान : कुलपति

इस बाबत कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय ने बताया कि बीएड परीक्षा के बाद तथा परिणाम जारी करने के बाद कई छात्रों द्वारा पुनर्मूल्यांकन का आवेदन दिया गया। जिसके बाद बोर्ड गठित कर सभी अनुत्तीर्ण छात्रों के उत्तर पुस्तिका की पुनः जांच की गई। जिसमें कई ऐसे छात्र थे जिनका अंक जुड़ने के दौरान कुछ अंक नहीं जुड़ पाया था। जिन्हें सही कर उसे जारी किया गया तथा जो छात्र अनुत्तीर्ण रह गए, उनका भी परिणाम जारी कर दिया गया। जिसके बाद पुनः अनुत्तीर्ण छात्रों को लेकर छात्रों द्वारा आंदोलन किया गया तो चार लोगों की कमेटी बनाई गई। जिसके बाद कमेटियों ने गहनता से सभी उत्तर पुस्तिका की जांच कर रिपोर्ट तैयार किया, जिस रिपोर्ट में यह लिखा हुआ था कि इन उत्तर पुस्तिकाओं में अंक बढ़ाने की कोई उम्मीद नहीं है, साथ ही रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि नियम के अनुसार सभी छात्रों को विशेष परीक्षा के अंतर्गत दोबारा सभी विषयों का परीक्षा देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ब्रजनंदन कुमार ने उत्तर पुस्तिका की छाया प्रति के लिए चालान नहीं कटवाया था, जिसके कारण उसे उत्तर पुस्तिका की छाया प्रति नहीं दी गई थी। आज यानी शुक्रवार को उसका चालान कटवा या गया है तथा उत्तर पुस्तिका मिल गई है। जिसके बाद शनिवार को समिति के बीच रखकर उसका निर्णय जारी किया जाएगा।


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