मधेपुरा : चीन के बाद आस्ट्रेलिया में राठौर मनवाएंगे अपनी प्रतिभा का लोहा

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मो० नियाज अहमद
ब्यूरो चीफ, मधेपुरा

मधेपुरा/बिहार : वक्तृता, उद्घोषणा व साहित्य के दोनों विधाओं में समान पकड़ रखने वाले कोसी की युवा प्रतिभा हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने एक बार फिर अपने जिले मधेपुरा का मान बढ़ाया है।

अलग – अलग विधाओं में समय समय पर राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय मंचों जिले को गौरवान्वित करने वाले राठौर का चयन आस्ट्रेलिया के सिडनी में “व्यक्तित्व विकास” के विभिन्न पहलुओं पर आयोजित पांच दिवसीय वर्कशॉप के लिए हुआ है। इसमें राठौर वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी पुणे के 40 सदस्यीय टीम के हिस्सा होंगे। देश के कोने-कोने से चयनित 100 विभिन्न विधाओं की युवा प्रतिभाओं का चयन कर उन्हें विगत पांच महीनों में अलग-अलग खंडों में प्रशिक्षित करने का काम किया गया । सौ में से आखिरी दौर के लिए विभिन्न चरणों के उपरांत कुल चालीस का चयन किया गया । जिसमें राठौर को तीसरा स्थान दिया गया है। इस  टीम को अलग अलग देशों की टीम के साथ व्यक्तित्व विकास से जुड़े वर्कशाप के विभिन्न चरणों में भाग लेना है। इस वर्कशॉप का आयोजन मुख्यत ऐसे युवा  टीम को  तैयार करना है जिसके अंदर सफल, सुगम और दूरगामी विकास की सोच हो। इसके पहले भी राठौर के द्वारा तैयार किए गए रिपोर्ट सर्वश्रेष्ठ चयनित कर यूनेस्को और भारत सरकार को भेजा जा चुका है।

 जिले के सिंघेश्वर प्रखंड के बैहरी पंचायत के कतरहा निवासी तेज प्रताप सिंह और प्रभावती देवी की सन्तान राठौर की प्रारम्भिक शिक्षा स्थानीय तरहा मिडल स्कूल से मैट्रिक मनोहर दुर्गा उच्च विद्यालय सिंघेश्वर से और इंटर से पीजी तक की पढ़ाई टी पी कॉलेज से हुई। इस वर्कशॉप के लिए चयनित होने पर खुशी जाहिर करते हुए राठौर ने कहा की यह उनके जीवन की सर्वश्रेष्ठ उपलब्धियों में से एक है । राष्ट्रीय स्तर के कई आयोजनों चयनित होना और सम्मानित होना सुखद रहा लेकिन इतनी बड़ी उपलब्धि मिलना मेरे और मेरे परिवार के लिए गौरव की बात है।

अपने परिजनों के साथ राठौर

वर्ष 2017 में चीन के बीजिंग में आयोजित वर्ल्ड यूथ फेस्टिवल में भाग लेने वाले राठौर ने कहा कि कभी सोचा भी नहीं था कि विदेश में इतना जल्दी दूसरी बार अपनी प्रतिभा को निखरने का सुअवसर मिलेगा। लोक सभा युवा विचारक -2014, सर्वश्रेष्ठ युवा वक्ता, कमना कला काव्य सम्मान 2015, आदर्श युवा प्रतिभा जैसे कई सम्मानों से सम्मानित राठौर ने कहा की अपने इस दूसरे विदेश दौरे में वो जहां व्यक्तित्व विकास से जुड़े अलग अलग पहलुओं पर सीखेंगे वहीं भारत और अन्य देशों के प्रतिनिधियों के संग तुलनात्मक अध्यन भी करेंगे ।

छात्र संगठन ए आई एस एफ के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य राठौर वर्तमान में जिले के माया विद्या निकेतन में शिक्षक के रूप में कार्यरत होने के साथ साथ विभिन्न पत्र – पत्रिकाओं में संपादन व लेखन सहित समाज सेवा में सक्रिय हैं। राठौर ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने स्वर्गीय दादा शिव बच्चन सिंह के सम्पूर्ण मार्गदर्शन, माता – पिता, संग गुरु प्रो जवाहर पासवान सहित अपने समस्त गुरुजनों के सफल मार्गदर्शन और आलोचना को देते हुए कहा की अलग अलग अवसरों पर सीखे अनुभवों से अपने समाज में बदलाव का अलख जगाना ही उनके जीवन का लक्ष्य है।


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