दरभंगा/बिहार : बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा आज दरभंगा दौरे पर आए हुए है। बाढ़ पूर्व तैयारी की उन्होंने समीक्षा बैठक में कहा कि उत्तरी बिहार का दरभंगा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण आदि जिले बाढ़ प्रभावित जिले हैं।
बाढ़ प्रभावित जिलों में बांधो की सुरक्षा हेतु जल संसाधन विभाग के अभियंताओं द्वारा पूर्व से ही ऐहतियाती कदम उठाये गये हैं। उन्होंने कहा कि अभियंताओं को यह सुनिश्चित करानी है कि बाढ़ आने पर किसी भी बांध में कोई कटाव न हो। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित अभियंतागण अगले चार महीने अत्यधिक सतर्क एवं चौकस रहे और बांधो की सतत् निगरानी करें। अगर बांध पर कोई कमजोर बिन्दु का पता चलता है तो तुरंत उसकी मरम्मति कराये।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के जिलों में किये जा रहे बांधों के सुरक्षा कार्य पर सतत नजर रखे हुए हैं। उनके द्वारा राज्य मुख्यालय स्तर पर जल संसाधन विभाग की नियमित समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि बाढ़ से जानमाल का कोई नुकसान न हो यह सुनिश्चित कराने की जबावदेह जल संसाधन विभाग की है। अगर किसी अभियंता के लापरवाही से बांध टूटेगा तो उन्हें कतई नहीं बख्शा जाएगा। मंत्री द्वारा विश्वास व्यक्त किया गया कि राज्य में बांधों की सुरक्षा हेतु उत्तम कार्य हुआ है।
इससे पूर्व मंत्री एवं अपर मुख्य सचिव, जल संसाधन विभाग अरूण कुमार सिंह, विभाग के परामर्शी इन्दू बाबू, अभियंता प्रमुख राजेश कुमार द्वारा दरभंगा जिला के शहरी सुरक्षा बांध, बागमती का बायां एवं दायां तटबंध का भ्रमण कर बाढ़ पूर्व तैयारी का निरीक्षण किया गया। वहीं समीक्षा में पाया गया कि कतिपय अभियंतागण निहित स्वार्थवश संवेदकों का भुगतान रोक कर रखे रहते है जिस पर अपर मुख्य सचिव द्वारा गहरी नाराजगी व्यक्त किया गया।
बैठक में उपस्थित जिला पदाधिकारी, डॉ. त्यागराजन एस.एम. द्वारा बताया गया कि दरभंगा जिला में स्थित सभी 10 तटबंधों का वरीय पदाधिकारियों द्वारा निरीक्षण करा लिया गया है। जबकि शहरी सुरक्षा बांध का उन्होंने स्वयं भी निरीक्षण किया है। उन्होंने बागमती के बायां-दायां तटबंधो के मजबूतीकरण एवं उच्चीकरण कराने की आवश्यकता पर जोर दिया।