मधेपुरा/बिहार : जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड से रविवार की देर शाम बीवाइएल नायर अस्पताल मुंबई की आदिवासी छात्रा पायल तांडवी की आत्मा की शांति एवं न्याय दिलाने के लिए जिला भीम आर्मी बहुजन क्रांति मोर्चा राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद भारतीय विद्यार्थी मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा कैंडल मार्च निकाला गया।
मौके पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने बताया कि पायल तांडवी बीवाइएल नायर अस्पताल मुंबई की स्नातकोत्तर की छात्रा थी, जिन्हें कॉलेज की तीन सवर्ण छात्रा भक्ति मेहरे, हेमा आहूजा एवं अंकिता खंडेलवाल के द्वारा कई वर्षों से जातिगत अपशब्द भाषा एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। पायल तांडवी के द्वारा कालेज प्रशासन को शिकायत के बावजूद भी न्याय नहीं मिला। अंत में जातिगत अपमान ने पायल तांडवी को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया। यह आत्महत्या नहीं बल्कि संस्थागत षड्यंत्र हत्या है। जिस तरह से वर्षों पूर्व रोहित वेमुला जैसे कई दलित होनहार छात्रों को संस्थागत ब्राह्मण वाद व्यवस्था ने निगल लिया था।
जिला भीम आर्मी के अध्यक्ष मुन्ना कुमार ने ब्राह्मणवादी व्यवस्था के षडयंत्री हत्यारे कुछ संकेत देते हुए कहा कि शीघ्र ही इस मामले की जांच कमेटी गठित कर, पायल तांडवी के हत्यारे को फांसी की सजा दी जाए, अन्यथा राष्ट्र स्तर पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद के सदस्य एम कुमार सोरेन ने ने कहा कि सदैव आदिवासी मूलनिवासी समाज का स्वतंत्र अस्तित्व रहा है। जब जब आदिवासी शिक्षा स्तर में ऊपर उठने का प्रयास किया है, तब तब पूंजीवादी शोषणकारी व्यवस्था ने दबाने का काम किया है। पायल की आत्महत्या नहीं, बल्कि सोची समझी हत्या है। इसकी जांच होनी चाहिए और हत्यारे को फांसी मिलनी चाहिए। बीवीएम के प्रदेश अध्यक्ष राहुल कुमार ने कहा कि हम लोग बुद्ध को मानने वाले हैं अगर न्याय नहीं मिला तो युद्ध भी करना जानते हैं, हत्यारी को फांसी होनी चाहिए।
मौके पर विकास कुमार, सनोज कुमार, राजीव हांस्दा, मनीष मुर्मू, सुभाष कुमार, दिनेश कुमार, संतोष, नीतीश, अनिल, अजय टूडू, राजन, पिंटू कुमार, दयानंद यादव, बीरबल, शंकर कुमार, मिथिलेश राणा, डा दयानंद यादव, डा पंकज सहित अन्य लोग उपस्थित थे।