किशनगंज : बहादुरगंज पुलिस ने भारी मात्र में विदेशी शराब जब्त कर दो तस्कर को किया गिरफ्तार

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शशिकान्त झा
वरीय उप संपादक

किशनगंज/बिहार : जिले के बहादुरगंज थाना को मिले एक महत्वपूर्ण इनपुट के आधार पर सी आई एस के पासवान एवं थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह की संयुक्त टीम ने खदेड़कर एक शराब तस्कर को भारी मात्रा में बंगाल निर्मित अवैध विदेशी शराब सहित एक टाटा जेस्ट कार को जब्त करने में सफलता हांसिल की है । वहीं गिरफ्तार तस्कर की निशानदेही पर एक पुराने शराब तस्कर को भी नशे की हालत में एक बोतल विदेशी शराब के साथ  गिरफ्तार किया है ।

 आज सुबह मिली गुप्त सूचना पर जब संयुक्त टीम ने मोर्चा  संभाला तो सूचना के मुताविक सादे रंग की टाटा जेस्ट बी आर 37 एन 3076 किशनगंज से बहादुरगंज की ओर आती दिखी । किन्तु गाड़ी चला रहे चालक ने पुलिस की गंध पाते हीं गाड़ी को बैक गियर में डालकर फरार होना चाहा । पर इसे दूर्भाग्य कह लिजिए कि अफरातफरी के माहौल में गाड़ी एक पेड़ से टकराती हुई दिवाल से जा टकराई । जहाँ से कूदकर चालक भाग निकला ।

मौका ए वारदात पर पेंथर मोबाईल के मौजूद कमांडोज ने चालक का पीछा किया । कथित चालक बड़ी हीं चालाकी से एक ईंट भट्ठे में घुसकर एक जगह सोये रहने का नाटक करने लगा पर ब्लेक कमांडोज ने उसे पहचान लिया था और वह इनके द्वारा दबोच लिया गया । गाड़ी की तलाशी के दौरान दस कार्टून इम्पेरियल ब्लू, रायल स्टेग, सभी सात सौ पचास एम एल तथा आफिसर च्वाईस के दर्जनों फ्रूटी टाईप पाऊच मिले । हलांकि पांच कार्टून उक्त शराब की बोतलें गाड़ी दुर्घटना में चकनाचूर हो चुके थे । जबकि बचे शेष बोतलों और पाऊचों से कुल 57 ली.अवैध विदेशी शराब जब्त की गयी ।

चालक समझे जाने बाला युवक शुभम झा पिता गोविंद झा, शिवपूरी बहादुरगंज निकला । शुभम का एक हाथ एक दुर्घटना में कट गया था और वह एक हीं हाथ से गाड़ी चलाने में माहिर है । भागने के दौरान ये कमांडोज पर भी गाड़ी चढ़ाने का असफल प्रयास भी किया । जबकि पूछताछ में इसने अपने एक साथी सोनी का नाम भी उजागर किया । जिसे संयुक्त टीम ने नशे की हालत में एक बोतल अवैध विदेशी शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया है । फिलवक्त पुलिस के द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जारही है । इसके साथ हीं प्राथमिकी दर्ज कर मद्धनिषेध अधि .की सुसंगत धाराओं के तहत जेल भेजा जाऐगा ।

 गौरतलब है कि बहादुरगंज थाना में पहली बार पेंथर मोबाईल की प्रतिनियुक्ति की गयी है । जिससे अपराध नियंत्रण एवं विधिव्यवस्था के लिए उक्त मोबाईल टीम में शामिल कमांडोज काफी उपयोगी साबित हो रहे हैं ।


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