दरभंगा/बिहार : मिल्लत कॉलेज में आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्षय में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। “साइंस फॉर द पीपल एंड पीपल फॉर द साइंस इंडियन कॉन्टेक्स्ट” विषय पर आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता करते हुए कॉलेज के प्राचार्य डॉ0 मो0 रहमतुल्लाह ने छात्र छात्राओं को अपने अंदर वैज्ञानिक सोच विकसित करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि आज विज्ञान ना सिर्फ हमारे लिए आवश्यक है बल्कि इसके बिना हम एक पल भी नहीं रह सकते है। उन्होंने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए तमाम लोगों को विश्व को भारत तथा भारतीय वैज्ञानिकों के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया तथा धार्मिक क्रियाकलापों में विज्ञान के महत्व को दर्शाया। मुख्य अतिथि के रूप में स्नातकोत्तर भौतिकी के पूर्व विभागाध्यक्ष WITI के पूर्व निदेशक डॉ0 ब्रज मोहन मिश्र ने छात्र छात्राओं के बीच विज्ञान के विभिन्न पहलुओं को सामान्य भाषा में समझाया।
डॉक्टर मिश्र ने बताया कि आज विज्ञान तथा मानव के बीच कोई दूरी नहीं रह गई है सभी लोग विज्ञान के महत्व से पूरी तरह वाकिफ है तथा इसका फायदा भी समझ रहे हैं। भारत के संदर्भ में उन्हें पतंजलि, आर्यभट्ट, भास्कराचार्य की विज्ञान के योगदान विषय पर विस्तारपूर्वक समझाया तथा कहा कि भारत प्राचीन काल से ही विज्ञान के क्षेत्र में विश्व गुरु रहा है।
समारोह के विशिष्ट अतिथि के रूप में MLSM कॉलेज के रसायन शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ प्रेम मोहन मिश्रा ने विज्ञान तथा तकनीकी की जानकारी प्रस्तुत की तथा लोगों से चीजों को समझने, विज्ञान की कसौटी पर कसने तथा सही पाए जाने पर ही सच माने जाने की क्षमता विकसित करने की अपील की। उन्होंने समारोह के विषय वस्तु पर बहुत ही सारगर्भित वक्तव्य दिया तथा विज्ञान की सहायता से विकास के नए-नए आयामों को रेखांकित किया। उन्होंने यह भी बताया कि विज्ञान सिर्फ वरदान है इसे लोग अभिशाप में बदल लेते हैं इससे बचना चाहिए।
इसके पूर्व समारोह की शुरुआत मिल्लत कॉलेज की परंपरा के अनुसार कलाम पाक से की गई। कॉलेज के रसायन विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ सियाराम प्रसाद ने विषय प्रवेश कराते हुए विज्ञान तथा उसके महत्व को स्पष्ट रूप से समझाया। मिल्लत कॉलेज के वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष तथा पूर्व रजिस्ट्रार ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा ने विषय वस्तु की बारीकियों को समझाते हुए जीवन में विज्ञान के महत्व का बिंदुवार उल्लेख किया। साथ ही उन्होंने विज्ञान में भारत की देन को इंगित किया।
समारोह का संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ महेश चंद्र मिश्र ने किया। एपीजे अब्दुल कलाम फिजिकल सोसाइटी के तत्वाधान में आयोजित सेमिनार में भारी संख्या में छात्र छात्राओं की उपस्थिति से समारोह यादगार हो गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के बड़सर डॉक्टर अताउर रहमान डॉक्टर भक्ति नाथ झा, मोहित ठाकुर, इंसान अली, डॉ0 सोमा रानी कोले, डॉ0 अल्ताफ उल हक, मोहम्मद रिजवान, हेमंत कुमार झा, कॉलेज के डॉ अनिरुद्ध कुमार एवं MLSM कॉलेज के डॉक्टर सतीश चंद्र ठाकुर सहित सभी शिक्षक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
समारोह के अंत में कॉलेज की एक छात्रा फौज़िया परवीन की एक सड़क दुर्घटना में मौत के कारण प्राचार्य सहित तमाम लोगों ने दुख प्रकट किया तथा सभी छात्र-छात्राओं तथा अतिथियों ने मिल कर दो मिनट का मौन रखकर उस छात्रा को श्रद्धांजलि दी।