मधेपुरा : शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम के नाम पर धांधली करने वालों के विरुद्ध होगी कारवाई -शमायल अहमद

Spread the news

अमित कुमार
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : जितने भी निजी विद्यालय है, उनके वेलफेयर के लिए काम करना तथा उन विद्यालयों में पढने वाले बच्चों के व्यक्तित्व के विकास के लिए काम करना ही “प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन” का मुख्य उद्देश्य है। जब से शिक्षा का अधिकार अधिनियम बना है तब से बिहार पहला राज्य है जहां 2011 में अधिनियम आगे बढ़ा। भारत सरकार ने 2009 में इस अधिनियम को लागू किया था।

उक्त बातें प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित अतिथि गिरी में प्रेस वार्ता के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का यह लक्ष्य है कि सभी विद्यालयों को मान्यता मिले। क्योंकि अभी भी बहुत सारे ऐसे विद्यालय हैं जिस को मान्यता नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि राज्य शिक्षा विभाग की कोताही या फिर जिले के शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा बरती जा रही लापरवाही का सीधा नुकसान उन गरीब बच्चों को हो रहा है, जो 25 प्रतिशत इसका फायदा उठा सकते थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच थी कि गरीब बच्चे भी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई कर सके। लेकिन कहीं ना कहीं शिक्षा विभाग की लापरवाही की वजह से लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है।
प्रेस वार्ता के माध्यम से उन्होंने शिक्षा विभाग से आग्रह करते हुए कहा कि जिन विद्यालयों को मान्यता नहीं मिली है उसे जल्द से जल्द मान्यता दी जाय ताकि सुचारू रूप से विद्यालय चल सके और जो गरीब बच्चे निजी विद्यालय में पढ़ना चाहते हैं उन्हें इसका लाभ मिल सके।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे सरकारी विद्यालय, जिसमें छात्र छात्राओं की उपस्थिति कम रहती है वैसे विद्यालयों पर होने वाले फिजूल खर्च को बंद कर उन विद्यालयों को प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के हवाले कर दिया जाय, जिससे छात्र छात्राओं की उपस्थिति भी होगी और शिक्षा व्यवस्था भी सुदृढ़ होगा और साथ ही वहां के बच्चे एवं अभिभावक भी खुश रहेंगे। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन के द्वारा यह घोषणा किया गया है कि 29 सितंबर को पूरे देश में एक साथ बच्चों की परीक्षा ली जायेगी। जिसमें पास करने वाले 1000 बच्चों को प्रोत्साहन के रूप में 1000 दिये जायेंगे। साथ ही 9 अक्टूबर को संघ के द्वारा शिक्षक समारोह का आयोजन किया जायेगा, जिसमें ऐसे शिक्षकों को सम्मानित किया जाना है जो संसाधनों के अभाव में सुदूर गाँव में भी शिक्षा का अलख जगा रहे हैं।

 उन्होंने बताया कि 23 सितंबर से 25 नवंबर तक लखनउ में राष्ट्रीय अधिवेशन किया जायेगा। जिसमें देश के कई राज्यों से एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि एनआईओएस द्वारा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुछ लोगों के द्वारा धांधली करने की सूचना मिली है, जो रूपये के लेन देन कर प्रशिक्षण के नाम पर धांधली कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर संघ के द्वारा चिन्हित कर कार्रवाई की जायेगी।

इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष देवानंद झा,  संयुक्त सचिव सह अलहेरा पब्लिक स्कूल, पटना के निदेशक मो अनवर अली, प्रांतीय मीडिया प्रभारी टुनटुन सिंह, प्रांतीय संयुक्त सचिव अखिलेंद्र कुमार अनिल, जिलाध्यक्ष किशोर कुमार, संयोजक चिरामणि प्रसाद यादव, सचिव चंद्रिका यादव, कोषाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सिन्हा सहित एसोसिएशन के सदस्य मो अबू जफर, राजू खान, मनोज कुमार, मुकेश कुमार उपस्थित थे।


Spread the news