मधेपुरा : आंदोलन करना छात्रों हक है लेकिन अन्य छात्र-छात्राओं को हानि पहुंचाना उचित नहीं -एसडीएम

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अमित कुमार
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : बी पी मंडल अभियंत्रण महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा महाविद्यालय में सभी तरह के आधारभूत संरचना सहित अन्य सुविधाओं को लेकर 4 सितंबर से महाविद्यालय को बंद किया गया था। जिसके बाद कई बार अधिकारियों ने छात्रों से वार्ता करने की कोशिश की और वार्ता कर मामले को शांत कराने की कोशिश की लेकिन छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे जिसके कारण कई छात्र छात्राओं की पढ़ाई में रुकावट पैदा हो रही थी। महाविद्यालय में पढ़ने वाले अधिकांश छात्र बाहर से आकर मधेपुरा में रहकर पढ़ाई करते हैं और महाविद्यालय के बंद रहने से उन लोगों की पढ़ाई नहीं हो पा रही थी। वही नए सत्र के छात्र छात्राओं का नामांकन भी होना था जिसके मद्देनजर मंगलवार को सदर एसडीएम वृंदा लाल, एसडीपीओ वसी अहमद, सदर प्रखंड अंचलाधिकारी, सदर थाना के थानाध्यक्ष मनोज कुमार महतो, एसआई एके सिंह एवं महाविद्यालय के प्राचार्य ने छात्रों को हो रही परेशानी एवं छात्रों के हित को देखते हुए महाविद्यालय खोल दिया।

मौके पर सदर एसडीएम ने कहा कि जो भी छात्र या अन्य लोग छात्र-छात्राओं के पठन पाठन में बाधाएं उत्पन्न करेंगे, वैसे लोगों का नाम महाविद्यालय प्रशासन को भेजें जिसके बाद जिला प्रशासन ऐसे लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करेगी। उन्होंने कहा कि छात्रों की मांग जायज है और छात्रों का आंदोलन करना भी उनका हक है, लेकिन छात्र यह याद रखें कि उनके आंदोलन से किसी अन्य छात्र छात्राओं को हानि ना पहुंचे साथ ही उनके आंदोलन से सरकारी कार्य बाधित ना हो। सदर एसडीएम वृंदा लाल ने कहा कि छात्र अपनी मांगों को लेकर अधिकारियों से वार्ता करें, उनके समक्ष अपनी मांगों को रखें। उन्होंने कहा कि छात्रों को आंदोलन करने से रोका नहीं जाएगा लेकिन आंदोलन करने के लिए भी उचित स्थान बनाई गई है जहां जाकर वह अपनी मांगों के लिए आंदोलन कर सकते हैं, लेकिन किसी भी सूरत में सरकारी कार्य को बाधित करें आंदोलन करना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

वही एसडीपीओ वसी अहमद ने कहा कि महाविद्यालय प्रशासन छात्रों से समन्वय स्थापित करें महाविद्यालय के शिक्षक ही छात्र छात्राओं के अभिभावक होते हैं। छात्रों की मांग पूरी नहीं होने पर उनका रुष्ट होना स्वाभाविक है, लेकिन महाविद्यालय प्रशासन बार-बार उनसे वार्ता करें, छात्र जरुर मानेंगे। उन्होंने कहा कि कई छात्र छात्राओं से वार्ता की गई है, वह कतई पढ़ाई को बाधित करना नहीं चाहते हैं कुछ छात्रों की वजह से सभी छात्र छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। छात्रों की मांग को देखते हुए कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने के लिए तेजी से कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि छात्रों को समस्या ना हो इसके लिए अगले आदेश तक महाविद्यालय में मजिस्ट्रेट की तैनाती रहेगी।

मौके पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉक्टर सीपी सिंह ने छात्रों की मांगों पर कहा कि तत्काल महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए लैब की व्यवस्था अन्यत्र महाविद्यालय में की जा रही है। उन्होंने कहा कि लाइब्रेरी के लिए विभाग से 13.5 लाखों रुपए की मांग की गई थी, जिसमें से 8:00 लाख रुपया भेजी जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि पीने की पानी की व्यवस्था के लिए भी जल्द कैंट लगवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि छात्रों की जो भी मांग है उसे जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है।

 महाविद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं को प्राचार्य सूचित किया है कि 19 सितंबर से महाविद्यालय का पठन-पाठन का कार्य के लिए महाविद्यालय खोल दिया गया। सभी छात्र छात्राएं महाविद्यालय आकर पठन-पाठन का कार्य करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी छात्र छात्राओं को महाविद्यालय में किसी के द्वारा बाधा उत्पन्न किया जाता है या किसी भी माध्यम से महाविद्यालय नहीं आने के लिए धमकाया जाता है या रोका जाता है तो धमकाने वाले के विरुद्ध अनुशासनिक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

 मौके पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक कर्मी एवं कमांडो विपिन कुमार, विकास कुमार, अमन कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मी एवं कमांडो मौजूद रहे।

संवाद सहयोगी :- अमन कुमार 


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